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Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन हुई हिंसा पर पुलिस और क्राइम ब्रांच का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. पुलिस अबतक करीब 25 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन इन नामों में कुछ अहम किरदार हैं, जिनको हिंसा का जिम्मेदार या हिंसा फैलने की मुख्य वजह माना जा रहा है.
जहांगीरपुरी हिंसा की खबरों में अंसार, असलम, सोनू शेख, प्रेम शर्मा, ब्रह्मप्रकाश का नाम बार-बार सुनाई दे रहा है. इसमें से अंसार और असलम फिलहाल पुलिस कस्टडी में हैं. वहीं कुछ आरोपियों को जमानत पर छोड़ा भी गया है.
अंसार को बताया जा रहा हिंसा का मास्टरमाइंड
सबसे पहले बात करते हैं अंसार की. वह करीब 10-12 साल पहले बंगाल के हल्दिया से दिल्ली आया था. अंसार कबाड़ (स्क्रैप) खरीदने-बेचने का काम करता है और BMW से चलता है. अंसार को जहांगीरपुरी हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आरोप है कि जिस वक्त छतों से पत्थर, बोतलें फेंकी गई तब अंसार 60-70 लोगों के साथ सी-ब्लॉक की मस्जिद के सामने मौजूद था.
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हनुमान जन्मोत्सव की यात्रा का नेतृत्व कर रहे उमाशंकर दुबे (जिनकी गर्दन पर तलवार से हमला हुआ) ने बताया कि अंसार को उसी के ग्रुप के लोगों ने कहा कि इन लोगो को छोड़ना मत, जाने मत देना. मैंने अंसार को कहा था कि ये निहत्थे हैं, उन्हें मरना मत. अंसार ने कहा जो किया वो भुगतना पड़ेगा.' आरोप लगाया गया कि अंसार ने दो-तीन महीने पहले भी बजरंग दल की हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान कार्यकर्ताओं को धमकी दी थी.
बीजेपी की तरफ से अंसार को आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताया गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने यह आरोप लगाया था.
मोहम्मद अंसार के खिलाफ पहले से दो मामले दर्ज हैं. पहले मामले में इसको चाकू के साथ गिरफ्तार किया गया था. तब इसपर आर्म्स एक्ट के तहत धारा लगाई गई थी. दूसरा मामला जुलाई 2018 का है. इसमें IPC की धारा 186/353 के तहत केस दर्ज किया गया था. इसमें उसपर सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और सरकारी काम मे बाधा डालने का आरोप था.
अंसार के साथ था असलम, चलाई थी गोली
असलम के बारे में पुलिस ने फिलहाल सिर्फ इतना ही बताया है कि वह साजिश में अंसार के साथ था. असलम ने हिंसा के दौरान गोली चलाई थी. असलम के पास से पिस्टल भी बरामद हुई थी. असलम पर 2020 में भी केस दर्ज हुआ था. 2020 में CAA के विरोध में हुए दंगों में असलम पर केस दर्ज हुआ था.
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से कहा ता कि 15 तारीख को अंसार और असलम को पता लग गया था कि एक यात्रा निकलने वाली है, इसके बाद साजिश रची गई.
सोनू शेख का वीडियो हुआ था वायरल
अंसार शेख की तरह सोनू शेख भी पश्चिम बंगाल के हल्दिया इलाके का रहने वाला है. जहांगीरपुरी में हिंसा के बाद 17 अप्रैल को सोशल मीडिया पर हमले का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें नीला कुर्ता पहने शख्स फायरिंग कर रहा था. यह सोनू शेख था. अब वह पुलिस की गिरफ्त में है. 28 वर्षीय सोनू शेख जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक का रहने वाला है. दिल्ली पुलिस पहले ही सोनू के भाई सलीम चिकना को हिरासत में ले चुकी है.
प्रेम शर्मा, ब्रह्मप्रकाश पर दो FIR
हिंसा के बाद प्रेम शर्मा, ब्रह्मप्रकाश पर दो FIR दर्ज हो चुकी हैं. इसमें प्रेम शर्मा विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जिला सेवक हैं. वहीं ब्रह्मप्रकाश इसके सह विभाग के मंत्री हैं. दोनों पर बिना इजाजत के हनुमान जयंती वाला जुलूस निकालने का आरोप है. उनको गिरफ्तार भी किया गया था. हालांकि, बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया.
जहांगीरपुरी में क्या हुआ था?
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम करीब साढ़े 4 बजे ये हनुमान जयंती शोभायात्रा निकल रही थी. इस यात्रा को K ब्लॉक तक जाना था. जब ये शोभा यात्रा सवा 6 बजे C ब्लॉक में पहुंची. तभी मामूली झड़प हुई और ये झड़प हिंसा में बदल गई. जहांगीरपुरी की एफआईआर में सबसे मुख्य बात यह कही गई है की अंसार नाम शख्स अपने 4 से 5 साथियों के साथ आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा. अंसार को गिरफ्तार कर लिया गया है, वह आपराधिक घटनाओं मे पहले भी शामिल रहा है.