Jahangirpuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा में आरोपी प्रेम शर्मा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. प्रेम शर्मा विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जिला सेवक हैं. उनपर बिना इजाजत के हनुमान जयंती वाला जुलूस निकालने का आरोप है, जिसमें उनके खिलाफ FIR भी दर्ज हुई थी. उनको गिरफ्तार भी किया गया था. हालांकि, बाद में उनको जमानत मिल गई.
प्रेम शर्मा का कहना है कि उन्होंने पुलिस से इजाजत लेकर जुलूस निकाला था. आजतक से बातचीत में प्रेम ने कहा कि हमने हनुमान जयंती की शोभायात्रा की इजाजत दोनों थानों (महेंद्र पार्क और जहांगीरपुरी) से ली थी. वह बोले कि हर साल इसी तरह यात्रा की जाती है, अबतक कोई दिक्कत नहीं हुई थी.
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प्रेम ने कहा कि अगर हमने पुलिस को पहले से बताया नहीं होता तो यात्रा से पहले हमारे साथ 15-20 पुलिसकर्मी, उनकी गाड़ियां क्यों थी? यात्रा में पुलिस की गाड़ियां हमारे साथ थीं, वे हमारे पीछे चल रही थीं. प्रेम ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने यात्रा में शामिल बालाजी की मूर्ति तोड़ी और भारत के झंडे को भी नुकसान पहुंचाया.
वह बोले कि हमें क्यूं पकड़ा जा रहा है. कार्रवाई उन पर होनी चाहिए जिन्होंने पत्थर और तलवारें चलाईं. चारों ओर से पत्थर बरसाए जा रहे थे. हम लोग जान बचाकर भागने की कोशिश कर रहे थे.
जहांगीरपुरी में क्या हुआ था?
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम करीब साढ़े 4 बजे ये हनुमान जयंती शोभा यात्रा निकल रही थी. इस यात्रा को K ब्लॉक तक जाना था. जब ये शोभा यात्रा सवा 6 बजे C ब्लॉक में पहुंची. तभी मामूली झड़प हुई और ये झड़प हिंसा में बदल गई. जहांगीरपुरी की एफआईआर में सबसे मुख्य बात यह कही गई है की अंसार नाम शख्स अपने 4 से 5 साथियों के साथ आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा. अंसार को गिरफ्तार कर लिया गया है, वह आपराधिक घटनाओं मे पहले भी शामिल रहा है.