जामिया हिंसा मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व विधायक आसिफ खान का आरोप है कि पुलिस ने उनको फंसाया है. उन्होंने कहा कि मेरा वीडियो वायरल होने के बाद वो मुझे दंगाई दिखा रहे हैं. पुलिस हिंसा की कसूरवार है, मैंने तो शांति बनवाई. आसिफ खान ने कहा, बुधवार दोपहर 2 बजे जामिया थाने में आत्मसमर्पण करूंगा. अगर मैं दंगाई हूं तो घर कैसे बैठा हूं. पुलिस मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं करती.
बता दें, 15 दिसंबर को हुए जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी हिंसा में कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान पर आरोप लगा है. शुरुआती रिपोर्ट में जिन छह लोगों के नाम शामिल हैं, उनमें आसिफ खान का भी नाम है. जिन अन्य स्थानीय नेताओं के नाम हैं उनमें आशु खान, मुस्तफा और हैदर, आईसा सदस्य चंदन कुमार, एसआईओ सदस्य आसिफ तन्हा और सीवाईएसएस सदस्य कामिस उस्मानी शामिल हैं.
प्राथमिकी (एफआईआर) के अनुसार, पुलिस को जानकारी मिली थी कि कई लोग संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ संसद भवन और राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च करेंगे. यूनिवर्सिटी के पास पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी. शाम के 3 बजे के आसपास जामिया यूनिवर्सिटी के पास कई प्रदर्शनकारी जुट गए जिनमें महिला, पुरुष और स्थानीय नेता शामिल थे.
एफआईआर के मुताबिक, आसिफ और आशु खान प्रदर्शनकारियों को उकसा रहे थे और नारे लगा रहे थे. प्रदर्शनकारी नागरिकता और एनआरसी विरोधी नारे लगा रहे थे और मथुरा रोड की ओर बढ़ रहे थे. बाद में प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिसकर्मियों और डीटीसी बसों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. प्रदर्शनकारियों ने तिकोना पार्क और जाकिर नगर ढालां पुलिस बूथ को भी तोड़ दिया. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने 70-80 मोटर बाइकें भी तोड़ दी.(एजेंसी से इनपुट)