छह दल, एक झंडा और एक चिन्ह. तमाम अटकलों के बीच बुधवार को दोपहर बाद जनता परिवार के महाविलय का औपचारिक ऐलान होना है. लेकिन गठजोड़ का यह जहाज उड़ान भरने से पहले हिचकोले खाने लगा है. जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने आजतक से खास बातचीत में साफ कर दिया है कि इस गठजोड़ में स्थिरता की कोई गारंटी नहीं है.
विलय के औपचारिक ऐलान से ठीक पहले एक्सक्लूसिव बातचीत में शरद यादव ने कहा, 'जब लोहिया और जेपी में लड़ाई होती रही और उसको हम रोक नहीं सके तो इसकी हम गारंटी नहीं दे सकते कि इस बार झगड़ा नहीं होगा. हमको देश के हित में जो भी करना होगा वह करेंगे. हमें आपस में झगड़े को रोकने के लिए सोचना पड़ेगा.'
जब भी टूटे इतिहास बनाया
जनता दल में टूट के इतिहास पर चर्चा करते हुए जेडीयू अध्यक्ष ने कहा, 'हम छह बार टूटे हैं, लेकिन 6 बार इतिहास भी तो बनाया है.' उन्होंने आगे कहा, 'सबसे कम करप्शन मोरारजी सरकार में थी. भले आपस में झगड़ा था. मोरारजी, देवेगौड़ा और वीपी सिंह की हमारी सरकार अच्छी थी. हमने मंडल दी है.'
शरद यादव ने कहा कि वह झगड़े की तो गारंटी नहीं ले सकते, लेकिन लड़ाई में साथ रहने की गारंटी देते हैं. सांप्रदायवाद के खिलाफ और मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए महाविलय का फैसला लेने वाले जेडीयू अध्यक्ष ने कहा, 'हम भगवान से नहीं डरते तो मोदी कौन है.' आम आदमी पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव में रेस से बाहर मानते हुए उन्होंने कहा कि 'आप' जनता परिवार के सामने कुछ नहीं है.
'कुछ और लोग भी आएंगे साथ'
जेडीयू अध्यक्ष ने कहा, 'मैं मानता हूं कि हमलोग जो मर्जर कर रहे हैं वह उतना मजबूत नहीं है. लेकिन बीजेपी कांग्रेस के सामने हम एक मजबूत पार्टी होंगे. कुछ लोग और भी हमारे साथ आ सकते हैं, लेकिन इस बारे में हम मीडिया में बात नहीं कर सकते.
एक पार्टी, एक चिन्ह के मुद्दे पर साथ आ रही जनता परिवार का नेता के सवाल पर शरद यादव ने कहा, 'हमारा नेता संघर्ष है. मुलायाम और लालू नहीं.'
महाविलय का ऐलान और नाम
जनता परिवार के महाविलय को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार सुबह 9:25 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे. वह दोपहर 11 बजे दिल्ली पहुंचेंगे, वहीं दोहपर तीन बजे सपा प्रमुख मुलायम सिंह के घर पर महाविलय को लेकर बैठक होनी है. बताया जाता है कि बैठक के बाद छह दलों के साथ जनता परिवार के महाविलय की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी. सूत्रों की मानें तो नई पार्टी का नाम समाजवादी जनता दल या समाजवादी जनता पार्टी होगा.
गौरतलब है कि इससे पहले 1 अप्रैल को आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा था कि जनता परिवार का विलय हो चुका है. लालू ने तब कहा था, 'विलय होगा बस मुलायम सिंह जल्द ही इसका औपचारिक ऐलान करेंगे. छह दल साथ मिलकर जनता परिवार बनाएंगे. सब एक झंडा, एक चिन्ह और एक नाम के साथ बीजेपी के खिलाफ उतरेंगे, जिसने देश के साथ धोखा किया है.'
मुलायम सिंह होंगे अध्यक्ष
सूत्रों की मानें तो मुलायम सिंह जनता दल परिवार के मुखिया होंगे, जबकि चुनाव चिन्ह के तौर पर साइकिल का ही इस्तेमाल होगा. हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि अगर साइकिल पर सहमति नहीं बनती है तो 1999 के पहले वाले जनता दल के चुनाव चिन्ह 'पहिया' को अपनाया जाएगा. तब टूट के बाद शरद यादव जनता दल यूनाइटेड, जबकि एचडी देवगौड़ा जनता दल सेक्यूलर के साथ अलग हो गए थे.