राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में रेख़्ता फाउंडेशन की तरफ से शुक्रवार को जश्न-ए-रेख्ता का आगाज हुआ. दिल्ली में जश्न-ए-रेख़्ता कार्यक्रम का ये चौथा आयोजन है. इस कार्यक्रम का आगाज अदाकारा वहीदा रहमान और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने किया.
The inauguration is done! #JashneRekhta 4th edition! pic.twitter.com/SvCzpa7CA2
— Rekhta (@Rekhta) December 8, 2017
8 से 10 दिसंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में देश के मशहूर शायर, गायक और कलाकार शामिल हो रहे हैं. एक तरफ जहां मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं मशहूर गायक उस्ताद रशीद खां ने अपनी गजल पेश की और समां बांधा.
Aaoge Jab Tum Saajna
Angana phool khilege
Barse-ga saawan
Barse-ga saawan
Jhoom jhoom ke
Do dil aise milenge
Ustad Rashid Khan Live at #JashneRekhta pic.twitter.com/fbgZfj7ZaX
— Rekhta (@Rekhta) December 8, 2017
जश्न-ए-रेख्ता के आगाज के साथ दिल्ली की शाम उर्दू के फन और शेरो-शायरी से गूंज उठी. इस दौरान लोगों ने काफी संख्या में उर्दू के अदीब शायरों और मुशायरों की महफिल में लुत्फ उठाया. इस दौरान वहीदा रहमान ने कहा कि उर्दू भारत की भाषा है, किसी एक मुल्क या धर्म की भाषा नहीं है. उन्होंने कहा कि उर्दू जापान जैसे देश में भी बोली जाती है.
सलीक़े से हवाओं में जो ख़ुशबू घोल सकते हैं
अभी कुछ लोग बाक़ी हैं जो उर्दू बोल सकते हैं#JashneRekhta pic.twitter.com/3B4Kzrw1dc
— Rekhta (@Rekhta) December 8, 2017