आरक्षण की मांग को लेकर जाट एक बार फिर सड़कों पर आ गए हैं. गुरुवार को जाट समुदाय ने भारी संख्या में दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. दरअसल जाट एक ओर जहां अपने लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप भी लगा रहे हैं. जाटों का कहना है कि सरकार ने वादा किया था कि जाटों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया.
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेता यशपाल मलिक ने कहा कि होली के बाद असहयोग आंदोलन करने की धमकी दी है. जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को दूध और जरूरी चीजें जैसे सब्जियां और पानी बंद करने की धमकी दी.
आरक्षण के अलावा जाट पिछले साल हरियाणा में जाट आंदोलन में दौरान लोगों के परिजनों के लिए मुआवजा और सरकारी नौकरी की भी मांग कर रहे हैं.
जाट आंदोलन के प्रमुख यशपाल मलिक के मुताबिक, केंद्र और हरियाणा समेत जाट आबादी वाले पांच राज्यों की सरकारें इस मांगों को लेकर उदासीन हैं. ऐसे में गुरुवार को हुआ शक्ति प्रदर्शन सांकेतिक है. होली के बाद फिर दिल्ली की नाकेबंदी कर जाट अपना असली शक्ति प्रदर्शन करेंगे. तब अनिश्चित काल के लिए दिल्ली में दूध पानी की सप्लाई रोकने के अलावा सड़क रास्ते भी रोके जाएंगे.