जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस वृद्धि को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने सर्विस और यूटिलिटी फीस में कमी करने का निर्णय लिया है. एक्जीक्यूटिव काउंसिल(ईसी) की ओर से 13 नवंबर, 2019 को हॉस्टल मैनुअल और हॉस्टल की बढ़ी हुई फीस की मंजूरी के बाद जेएनयू प्रशासन ने इस पर विचार करने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी (एचएलसी) का गठन किया गया था, जिसकी रिपोर्ट सोमवार को सौंपी गई.
ऐसा दूसरी बार है, जब प्रशासन ने फीस वृद्धि के बाद छात्रों को राहत देने का फैसला किया है. हालांकि पिछले बार दी गई राहत से विपरीत इस बार प्रशासन ने सामान्य श्रेणी के छात्रों को भी राहत दी है.
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक अब छात्रों को सर्विस और यूटिलिटी शुल्क में 50 प्रतिशत छूट मिलेगी, वहीं बीपीएल श्रेणी के छात्रों को 75 प्रतिशत छूट मिलेगी.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बयान जारी कर साफ किया है कि समिति ने हॉस्टल की अनुमानित सर्विस और यूटिलिटी फीस की जांच की, जो 2000 रुपये प्रति माह (बिजली और पानी के 300 रुपये फीस सहित) है. उसे 1000 रुपये प्रति माह करने की सिफारिश की गई है. यह सभी छात्रों के लिए है.
इसके अलावा एचएलसी कमेटी ने बीपीएल श्रेणी के छात्रों को अतिरिक्त लाभ देते हुए उन्हें 75 प्रतिशत छूट दी है. विश्विद्यालय ने कहा है कि इसके साथ ही कमेटी ने पात्र बीपीएल छात्रों के लिए सर्विस और यूटिलिटी शुल्क में 75 प्रतिशत छूट दी, उन्हें अब 2000 की जगह मात्र 500 रुपये शुल्क देने होंगे. नई शुल्क दरें जनवरी 2020 से लागू होंगी.
(IANS इनपुट के साथ)