जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने एक वरिष्ठ प्रोफेसर को महिला रिसर्च छात्र के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में हटा दिया है.
ये प्रोफेसर सेंटर ऑफ सोशल मेडिसिन एंड कम्युनिटी हेल्थ (CSMCH) में फैकल्टी मेंबर है. इस प्रोफेसर को विश्वविद्यालय ने चार महीने के अंदर कैंपस छोड़ने के लिए कह दिया गया है. यूनिवर्सिटी ने एक्जीक्यूटिव परिषद की बैठक में प्रोफेसर नायर की अनिवार्य निवृति का निर्णय लिया गया है.
जेएनयू के कुलपति एसके सोपोरी ने कहा, 'हम महिला संबंधी मुद्दों को गंभीरता से लेते हैं. हम फैसला लेने में थोड़ा वक्त लेते हैं ताकि कड़ी कार्रवाई की जा सके.'
गौरतलब है कि एक महिला रिसर्च छात्रा प्रोफेसर नायर के पास रिसर्च कर रही थी. गत वर्ष छात्रा ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर उनका मार्च 2012 से यौन उत्पीड़न कर रहे हैं. कुछ छात्रों की शिकायत है कि नायर को कड़ी सजा नहीं मिली है, क्योंकि उन्हें निवृति के बाद की सुविधाएं मिलेंगी. कुलपति ने स्पष्ट किया कि नायर को रिटायरमेंट के बाद की कुछ सुविधाएं दी जाएंगी. उन्हें सभी सुविधाएं नहीं मिलेंगी.