राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में राष्ट्र विरोधी नारेबाजी का मामला सियासी उफान पर है. विवाद को लेकर शनिवार को सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, निलोत्पल बसु, सीपीआई नेता डी. राजा और उनकी पत्नी एनी राजा के साथ ही जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिलने पहुंचे है, जिसके बाद दिल्ली के सीएम ने डीएम को मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्विटर पर इस बाबत जानकारी दी है. उन्होंने लिखा है, 'ऐसा दावा किया जा रहा है कि जेएनयू छात्र नेताओं ने देश विरोधी नारेबाजी की है. जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ऐसा किया है. सच की पड़ताल के लिए दिल्ली सरकार ने डीएम को जांच के आदेश दिए हैं.'
There are claims that JNU student leaders shouted anti-India slogans and counter claims that ABVP activists did it(1/2)
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 13, 2016
To find truth, Del govt is directing DM to conduct an enquiry(2/2)
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 13, 2016
इससे पहले केजरीवाल के घर लेफ्ट नेताओं की मोर्चाबंदी में जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर एतराज जताया गया और सीएम से मामले में दखल की अपील की गई. मुलाकात के बाद सीताराम येचुरी ने कहा, 'हमने मुख्यमंत्री ने अपील की है कि मामले की स्वतंत्र मजिस्ट्रेट जांच करवाई जाए. केंद्र सरकार जो साक्ष्य रख रही है, उसकी सत्यता की प्रमाणिकता स्थापित की जानी चाहिए.'
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पुलिस को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. हालांकि, उन्होंने पुलिस के गर्ल्स हॉस्टल में दाखिल होने को गलत बताया. डिप्टी सीएम ने कहा, 'अगर कोई दोषी है तो गर्ल्स हॉस्टल में महिला पुलिस को तैनात करना चाहिए. लेकिन छात्रों को इस तरह आतंकित करना भी गलत है.'
राजनाथ सिंह से भी मिले लेफ्ट नेता
बता दें कि इससे पहले छात्रों की गिरफ्तारी के मामले में येचुरी और डी राजा ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की. शनिवार दोपहर में हुई इस मुलाकात के बाद ये दोनों नेता और नीलोत्पल बसु शाम में जेएनयू जाकर छात्रों से मिलेंगे. गृह मंत्री से मुलाकात के बाद येचुरी ने बताया कि गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि बेकसूर छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी.
येचुरी ने कहा, 'इन दिनों ऐसा क्या बुरा नहीं हो रहा है जो इमरजेंसी के दिनों में होता था. जेएनयू में जब कैमरे नहीं लगे हैं तो नारेबाजी का वीडियो टेप कहां से आया? ऐसा आयोजन हुआ है, फिलहाल यह साबित होना भी बाकी है.' जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी राजनाथ सिंह से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि हैदराबाद की तरह जेएनयू का माहौल बिगाड़ने की साजिश रची जा रही है.
केजरीवाल और लालू ने किया ट्वीट
जेएनयू विवाद पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मोदीजी लोगों को डराने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करते हैं.'
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने भी ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा है कि जेएनयू प्रकरण के जरिए रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले को ढंकने की कोशिश की जा रही है.
देश और देशभक्ति से बड़ा कुछ भी नहीं पर चंद अनजान एवं अज्ञानी लोगो द्वारा नारे लगाना राष्ट्र विषय बन रहा है। ये खेदजनक है..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) February 13, 2016
देश और देशभक्ति से बड़ा कुछ भी नहीं पर चंद अनजान एवं अज्ञानी लोगो द्वारा नारे लगाना राष्ट्र विषय बन रहा है। ये खेदजनक है..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) February 13, 2016
राष्ट्र विरोध से मुकाबला हमारी रगों मैं है. लेकिन निर्दोष छात्रों पर दमन फासीवाद का चेहरा हो सकता है हमारे हिन्दुस्तानी राष्ट्रवाद का नहीं..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) February 13, 2016
दलित/पिछड़ा समाज पूछता है कि क्या केंद्रसरकार ने 'JNU में देशद्रोह' की खोज रोहित वेमुला की आत्महत्या से उपजे आक्रोश को ढंकने के लिए किया है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) February 13, 2016
प्रदर्शन के बीच बस्सी पहुंचे गृह मंत्री के पास
विवाद और इसको लेकर प्रदर्शन के बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी भी गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचे. इस दौरान जेएनयू मुद्दे पर चर्चा हुई. जबकि जेएनयू के बाहर आईएनएलडी के छात्र संगठनों ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया.
बताया जाता है कि जेएनयू के प्रोफेसर और असोसिएट प्रोफेसर का एक धड़ा देश विरोधी नारों के खिलाफ है और वे मामले में वीसी जगदीश कुमार से मुलाकात करने वाले हैं. पुलिस की कार्रवाई पर लेफ्ट के विरोध के बावजूद सरकार का रुख सख्त है. छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को पुलिस ने 7 अन्य आरोपी छात्रों को हिरासत में ले लिया.
नारे लगाने वाले छोटे बच्चे नहीं: रिजिजू
इसी बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि जेएनयू को देशद्रोह का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा. रिजिजू ने कहा, 'ये कोई छोटे बच्चे नहीं है, जिसे यह नहीं पता है कि वह क्या कर रहे हैं. बोलने की आजादी के नाम पर आप राष्ट्र को गाली नहीं दे सकते हैं. यह दुखद घटना है. हम जेएनयू को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने देंगे.'
पीएमओ के राज्यमंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि जेएनयू मामले की निष्पक्षता से जांच होगी. लेकिन जो हुआ वह दुखद है. आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने कहा, 'लोकतंत्र में देश विरोधी गतिविधियों की कोई जगह नहीं है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए.'
बीजेपी के एजेंट ने की नारेबाजी: आजम खान
दूसरी ओर, एसपी नेता आजम खान ने बीजेपी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि जेएनयू विवाद की जड़ में बीजेपी है. बीजेपी के एजेंट ने ही विश्वविद्यालय में घुसकर नारे लगाए.
मामले को लेकर पहले ही दिन से विरोध का झंडा बुलंद करने वाले एबीवीपी के नेता आलोक सिंह ने कहा कि मामले में अभी कई दूसरे छात्र भी आरोपी हैं, जिनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.