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JNU विवाद: 2 सेमेस्टर के लिए कन्हैया, उमर समेत 5 छात्रों का निष्कासन लगभग तय

जवाहर लाल नेहरू यून‍िवर्सिटी (जेएनयू) में 9 फरवरी को अफजल गुरु के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम कराने के लिए दोषी छात्रों की सजा विश्वविद्यालय प्रशासन ने तय कर ली है.

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कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य हो सकते हैं निष्कासित (फाइल फोटो)
कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य हो सकते हैं निष्कासित (फाइल फोटो)

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जवाहर लाल नेहरू यून‍िवर्सिटी (जेएनयू) में 9 फरवरी को अफजल गुरु के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम कराने के लिए दोषी छात्रों की सजा विश्वविद्यालय प्रशासन ने तय कर ली है.

यूनिवर्सिटी सूत्रों के मुताबिक जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत पांच छात्रों का रस्टीकेशन तय है. इन छात्रों को दो सेमेस्टर के लिए निष्कासित किया जाएगा.

जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष, उपाध्यक्ष अनंत, छात्रसंघ के वर्तमान जनरल सेक्रेटरी रामा नागा समेत कुछ और छात्रों का एकेडमिक सस्पेंशन भी तय माना जा रहा है. एकेडमिक सस्पेंशन के दौरान छात्रों को हॉस्टल की सुविधा भी नहीं मिलेगी.

एबीवीपी नेता पर भी होगी कार्रवाई
अखि‍ल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेता और जेएनयू छात्र संघ के ज्वाइंट सेक्रेटरी सौरभ शर्मा पर भी होगी कार्रवाई. यूनिवर्सिटी के मुताबिक दोषी 21 छात्रों में से कुछ पर फाइन लगाकर छोड़ दिया जाएगा. सजा पर अंतिम फैसला वाइस चांलसर लेंगे.

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क्या है पूरा मामला?
देशद्रोह के मामले में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य छह महीने की जमानत पर हैं. 9 फरवरी को जेएनयू में कथित देश विरोधी नारे लगाने के मामले में 11 फरवरी को केस दर्ज हुआ था और सबसे पहले कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी हुई थी. कन्हैया की गिरफ्तारी के बाद उमर और अनिर्बान गायब हो गए थे. बाद में दोनों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था.

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