नोटबंदी के झंझट में आसरा दो ही जगह मिल रहा है- एटीएम या पेटीएम में. इस कतार में भक्त और भगवान दोनों खड़े हैं. दान दक्षिणा, चढ़ावा या फिर शगुन की जगहों पर भी पेटीएम अब दिखने लगा है.
दिल्ली के प्राचीन धार्मिक स्थानों में एक कालकाजी के दरबार में नोटबंदी के बाद पेटीएम से दक्षिणा दे रहे हैं. मंदिर के अंदर दानपेटी पर भी पेटीएम का उपलब्ध है. हालांकि, सरहद पार से आये श्रद्धालुओं को इन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा वे मुरादें तो मांग रहे हैं लेकिन दान अर्पित करने में मन मारना पड़ रहा है.
उधर, नोटबंदी की वजह से हर कारोबार को नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसलिए मंदिर में पुजारियों ने पेटीएम का सहारा लिया है. यहां के खजाने पर नजर रखने वाले नोटबंदी के असर से मंदिर को मुक्त रखना चाहते हैं.