दिल्ली में ईसाई संस्था फैमिली ऑफ लॉर्ड जीसस चर्च का कार्यक्रम विवाद का विषय बन गया है. शनिवार और रविवार के दिन यह संस्था दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अपना एक प्रोग्राम कर रही है जिसके बाहर विधायक कपिल मिश्रा और बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शन करने जुटे लोगों ने इस संस्था पर पाखंड के जरिए भोले भाले लोगों के धर्मांतरण का आरोप लगाया.
विधायक कपिल मिश्रा ने कहा कि भोले भाले लोगों को पाखंड के जरिए अंधविश्वास में फंसाकर इस संस्था के द्वारा उनका धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है इसलिए इस संस्था के प्रमुख राम बाबू को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. कपिल मिश्रा ने कहा कि इस संस्था के सारे रिकार्ड्स दर्शाते हैं कि यह संस्था देश में हिंदुओं का और सिखों का धर्मांतरण करवा रही है.
वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजेंद्र बग्गा ने कहा कि मनीष सिसोदिया के इस प्रोग्राम में आने की खबर दर्शाती है कि दिल्ली सरकार का इस धर्मांतरण के कार्यक्रम को समर्थन है. बग्गा ने कहा कि यदि इस कार्यक्रम को केजरीवाल सरकार की सहमति है तो अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता के टैक्स के पैसे को बेंगलुरु में अपने इलाज में खर्च क्यों करते हैं. वह अपनी खांसी का इलाज इसी संस्था के प्रमुख रामबाबू से जीसस के नाम सुनने से ही क्यों नहीं करा लेते हैं.
प्रदर्शन कर रहे कपिल मिश्रा और तेजेंद्र बग्गा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार व्यवस्था परिवर्तन करने आई थी मगर वह तो अब धर्म परिवर्तन के धंधे में शामिल हो गई है. तालकटोरा स्टेडियम के बाहर पुलिस ने भारी सुरक्षा के इंतजाम किए हुए थे ऐसे में प्रदर्शनकारियों का हंगामा बढ़ते हुए देख पुलिस ने तत्काल उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया और जबरन उन्हें प्रदर्शनी स्थल से घसीटकर थाने ले गए.