दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास पर मुख्य सचिव के साथ मारपीट के मामले की जांच के लिए शुक्रवार को दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पहुंची. पुलिस की तफ़्तीश में सामने आया कि मुख्यमंत्री आवास के 21 में से सात कैमरे काम नहीं कर रहे थे. वहीं कैमरे 40 मिनट की देरी से चल रहें थे.
इसको लेकर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक कपिल मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में क्राइम सीन का मामला है तो पुलिस को तो जाना ही पड़ा. कपिल ने कहा कि जांच में सामने आया है कि सीसीटीवी कैमरों की टाइमिंग को पीछे किया गया. इसी बात से अपराध साबित होता है. इसी सीसीटीवी के ऊपर संजय सिंह और आशुतोष ने बेगुनाही साबित करने की कोशिश की थी, लेकिन जो बंद कैमरे थे, ये ख़राब नहीं थे. क्राइम करने की वजह से इन कैमरों को बंद किया गया, यही सबसे बड़ा सबूत है.
अरविंद केजरीवाल का व्यवहार अर्बन नक्सली जैसा
दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, मेरा यह मानना है कि साजिश करने में इस धरती पर केजरीवाल का कोई सानी नहीं है. अरविंद केजरीवाल अपने कर्मों से लगातार दिल्ली को पीछे धकेल रहे हैं. वह जो व्यवहार कर रहे हैं, उसको हम अर्बन नक्सली की भूमिका से देखते हैं. मनोज तिवारी का कहना है कि कानून अपना काम करे चाहे व्यक्ति कितना ही बड़ा क्यों ना हो.
वहीं दिल्ली बीजेपी नेता कुलदीप चहल का कहना है कि दिल्ली में इस वक़्त अराजकता वाली सरकार है. मुख्यमंत्री के घर पर हाथापायी हुई है, जिसकी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है. ये लोग बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें हैं. मुझे तो समझ नहीं आ रहा है कि आख़िर बीजेपी के ख़िलाफ़ क्यों प्रदर्शन हो रहा है.