बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके में सरेआम दिल्ली महिला आयोग की कार्यकर्ता के साथ बदसलूकी के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. लोकनायक जय प्रकाश नारायण हॉस्पिटल (LNJP) में भर्ती दिल्ली महिला आयोग की कार्यकर्ता से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा.
केजरीवाल एलजी से करेंगे बात
अस्पताल में पीड़ित महिला से मुलाक़ात करने के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस मसले पर वो दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात करेंगे. महिला कार्यकर्ता पर हुए गंभीर हमले के बाद सबसे बड़ा सवाल स्थानीय पुलिस पर खड़ा हो रहा है. केजरीवाल ने कहा कि जब लंबे समय से उस इलाक़े में अवैध शराब बिक्री हो रही थी तो स्थानीय पुलिस ने कार्यवाही क्यों नहीं की? जब केजरीवाल से आबकारी विभाग की जिम्मेदारी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के कमिश्नर को बुलाया गया है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी दिल्ली पुलिस को समन भेजा है. आज तक से बातचीत में उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को इसकी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए. नरेला में जिस घर में शराब बिक्री हो रही थी वो पुलिस के मालखाने के बिल्कुल पास है. इसके बावजूद शराब और गांजे की खुलेआम बिक्री अवैध रूप से हो रही है. इसमें ज़िम्मेदारी दिल्ली पुलिस की भी और आबकारी विभाग की भी है.
Sir, police protection needs 2 be provided to the woman & her family. Further imm steps should be taken to curb rampant sale of illegal liquor & drugs in Delhi. I have sought time from your office to discuss these issues. Kindly give me time. https://t.co/H38YfxvZgc
— Swati Jai Hind (@SwatiJaiHind) December 8, 2017
दिल्ली पुलिस से मांगा जवाब
उन्होंने कहा कि आयोग लगातार आबकारी विभाग से बात कर रहा है. लेकिन लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने की ज़िम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है. आबकारी विभाग से हमने डेटा मांगा है कि ऐसे मामलों में अब तक कितनी पेनल्टी की है. कहीं न कहीं दिल्ली पुलिस और आबकारी विभाग दोनों का संरक्षण है. लेकिन दिल्ली पुलिस की तादाद 66 हज़ार है और आबकारी विभाग में 60 अधिकारी हैं, लिहाज़ा दिल्ली पुलिस की जवाबदेही ज़्यादा बनती है.
कपिल मिश्रा ने आबकारी मंत्री सिसोदिया को घेरा
जहां दिल्ली सरकार और महिला आयोग इस मसले पर दिल्ली पुलिस पर सवाल उठा रही है, वहीं कपिल मिश्रा ने आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया को इस घटना के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है. मिश्रा ने कहा, मुझे लगता है कि इस पूरे मसले पर आबकारी विभाग की ज़्यादा जिम्मेदारी बनती है. स्थानीय पुलिस क्या कर रही थी? ये बड़ा सवाल है. लेकिन दिल्ली में नक़ली शराब न बिके, अवैध शराब न बिके, इसकी ज़िम्मेदारी दिल्ली के आबकारी विभाग की है. आबकारी विभाग के पास इसके लिए एक स्पेशल टीम है और स्पेशल बजट है.
कपिल मिश्रा के मुताबिक आजकल 24 घंटे दिल्ली सरकार का एफ़एम पर विज्ञापन चल रहा है. जिसमें कहा जा रहा है कि अवैध शराब बेचने वालों पर सख़्त कार्यवाही होगी. लेकिन आबकारी विभाग के मंत्री मनीष सिसोदिया साहब रेडियो पर विज्ञापन तो दे रहे हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं कर रहे है. उन्होंने कहा कि ये सब कुछ बड़ा दिखावा लगता है. आम आदमी पार्टी बातें बड़ी बड़ी करती है, लेकिन कार्यवाही नहीं करती.