हड़ताल से पैदा हुए संकट के बाद दिल्ली सरकार ने एमसीडी कर्मचारियों की 31 मई तक बकाया सैलरी देने का ऐलान कर दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सफाई कर्मचारियों के साथ 'संवाद बैठक' में यह घोषणा की.
साथ ही गेंद केंद्र के पाले में डालते हुए उन्होंने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को अगले महीने भी सैलरी न आने की सूरत में मोदी सरकार की शरण में जाने की सलाह दी. सफाई कर्मचारियों से 'संवाद बैठक' में सोमवार को उन्होंने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री ने मंगोलिया को इतना पैसा दिया है. अगर आप सब प्रधानमंत्री के घर जाओगे तो वह जरूर आपका वेतन देंगे.'
गौरतलब है कि बीजेपी शासित एमसीडी इन दिनों फंड की कमी से जूझ रही है और सफाई कर्मचारियों के बाद निगम का दूसरा स्टाफ भी सैलरी न मिलने से खफा होकर हड़ताल पर चला गया है. सफाई न होने की वजह से दिल्ली के कुछ इलाकों में कूड़े के ढेर जमा हो गए हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, 'एमसीडी में बीजेपी का राज है, हमारा नहीं. मार्च में सफाई कर्मचारी आए और हमने पैसा न होते हुए भी 31 मार्च को पैसा रिलीज कर दिया.'
Hamare PM ne Mongolia ko itna paisa diya, agar aap sab PM ke ghar jaoge toh woh zaroor apka vetan denge: CM Kejriwal pic.twitter.com/PNgWKy9dYK
— ANI (@ANI_news) June 8, 2015
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र दिल्ली को पैसा नहीं देता, बल्कि दिल्ली केंद्र को पैसा देता है. दिल्ली केंद्र को 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये देता है, उन्हें हमें इसका आधा पैसा तो लौटाना चाहिए. राजनीतिक साजिश की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ' आज तक एमसीडी के इतिहास में नहीं हुआ कि कर्मचारियों की सैलरी रुकी हो. लेकिन जैसे ही हमारी सरकार बनी, महीने के अंदर हमें बताया गया कि एमसीडी के पास वेतन देने का पैसा नहीं है.'केजरीवाल ने कहा, 'अगर आप लोगों को अगले महीने भी सैलरी नहीं मिलती तो आपको मेयर हाउस और बीजेपी दफ्तर के सामने प्रदर्शन करना चाहिए. मैं इस पर बात करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली से कल समय मांगूंगा. हम ईडीएमसी को 293 करोड़ और नॉर्थ एमसीडी को 575 करोड़ रुपये दे रहे हैं. मैं अब एमसीडी को और पैसा देने की स्थिति में नहीं हूं.'