दिल्ली के लाजपत नगर में सीवर की सफाई के दौरान मरने वाले सफाई कर्मचारियों को आम आदमी पार्टी सरकार ने 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार की दोपहर तीनों सफाईकर्मियों के परिजनों से उनके घर जाकर मुलाकात की. इस दौरान जलमंत्री राजेन्द्र गौतम, कोंडली विधायक मनोज कुमार, राजू धिंगान और राखी बिड़लान भी पीड़ित परिवार का दर्द बांटने पहुंचे.
सफाई कर्मचारियों की मौत पर 'आजतक' से खास बातचीत में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'ये बहुत दुःखद घटना है. सीवर के अंदर किसी भी इंसान को उतारना गैर कानूनी है. ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मैंने जांच के आदेश दिए हैं और जो भी इन मौतों के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. फिलहाल हर पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा और साथ ही परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी.'
दिल्ली सरकार की लापरवाही के सवाल पर केजरीवाल ने कहा, 'एक हाई पॉवर कमिटी बनाई जाएगी, जो यह सुनिश्चित करेगी कि सफाई कर्मचारियों की मौत जैसी घटना दोबारा न हो.' मुख्यमंत्री ने बताया कि पीड़ित परिवारों को जानकारी ही नही है कि जिनकी मौत हुई, वो किसके यहां काम करने जाते थे. केजरीवाल ने भरोसा दिलाया कि अगर सफाईकर्मियों की मौत के मामले में अगर कोई इंजीनियर या ऑफिसर भी शामिल है तो उसे भी बख्शा नही जाएगा.'
अरविंद केजरीवाल सबसे पहले कल्याणपुरी की झुग्गियों में पहुंचे जहां उन्होंने मृत सफाई कर्मचारी मोनू की पत्नी और परिवार से मुलाक़ात की. इस दौरान केजरीवाल ने परिवार को 10 लाख मुआवजे और नौकरी का आश्वासन दिया है. अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात के बाद मृत सफाई कर्मचारी मोनू की पत्नी प्रीति ने बताया कि वो बच्चों को पालने के लिए नौकरी चाहती हैं. प्रीति के मुताबिक उनके पति दिल्ली जल बोर्ड के पास काम करने जाते थे. जिस दिन उनकी मौत हुई वह पैसे को लेकर बहुत टेंशन में थे.