देश की राजधानी में कूड़े के पहाड़ गंदगी बढ़ाने के साथ-साथ प्रदूषण की भी एक बड़ी वजह बन गए हैं. सबसे खतरनाक बात ये है कि दिल्ली में कूड़ा फेंकने के लिए लैंडफिल शहर के बीचों बीच हैं, जिसके आसपास एक बड़ी आबादी रहती है. दिल्ली सरकार ने एलजी से लैंडफिल साइट को शहर के बाहर शिफ्ट करने की अपील की है.
भलस्वा में 15 दिन से लगी है आग
'आजतक' से खास बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बताया कि 'भलस्वा के पास पिछले 15 दिन से आग लगी हुई है. एमसीडी के लोगों ने कहा कि हम उसे मलवा डालकर कवर करेंगे. दिल्ली सरकार ने भी मदद के लिए कहा लेकिन एमसीडी ने मना कर दिया. बहुत ही खतरना आग लगी हुई है और ये सेहत के लिए ठीक नहीं है.' जैन ने आगे कहा कि लैंडफिल साइट पर आग लगने और प्रदूषण फैलाने के मसले पर सरकार ने कई बार एमसीडी को मीटिंग में बुलाया था लेकिन दिल्ली सरकार की पहल सफल नहीं हो पाई थी.
लैंडफिल वो जगह है जहां शहर से इकट्ठा किये कूड़े को ले जाकर फेंका जाता है. जहरीली गैस बनने से कूड़े से निकला धुआं खतरनाक प्रदूषण की शक्ल ले लेता है. जिसका सीधा और गंभीर असर लैंडफिल के आसपास रहने वाले लोगों पर होता है. सत्येन्द्र जैन ने बताया कि 'सरकार ने लैंडफिल को शिफ्ट करने के लिए डीडीए से कहा था. एलजी साहब डीडीए के चैयरमेन भी है अगर वो जगह देते हैं तो नई लैंडफिल साइट बनानी चाहिए. एलजी ने डीडीए के वाईस चेयरमैन से बात की है. इसे लेकर वो सकारात्मक थे और एलजी ने आश्वासन भी दिया है.'