देश की राजधानी दुनियाभर में प्रदूषण के लिए बदनाम है, इसके बावजूद इससे निपटने के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा पाती है. हाल ही में NASA से पंजाब की ऐसी तस्वीरें सामने आईं, जो दिल्ली की हवा में अगले 24 घंटे के अंदर प्रदूषण का बड़ा हमला दिखा रही हैं. फिलहाल केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहराया है.
'आज तक' ने पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से बातचीत की. जैन ने कहा कि ये बहुत ही गंभीर मामला है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में बची हुई फसल को जलाया जाता है, ऐसे में वहां की सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है. उस फसल को जलाया न जाए और मिट्टी में दबा दिया जाए तो खाद बन जाएगी, लेकिन वहां की सरकार किसानों को समझा नहीं पा रही हैं. दिल्ली के अलावा, पंजाब और हरियाणा में जहां आग लगाई जा रही है, वहां लोकल लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान है. दिल्ली से 200 किलोमीटर के इलाके में प्रदूषण बढ़ रहा है.
बिगड़ती प्रदूषण की लिए दिल्ली सरकार ने मोदी सरकार को चिट्ठी लिखकर हालात की जानकारी देने की बात कही है. पड़ोसी राज्य प्रदूषण को लेकर उचित कदम उठाए, इसलिए दिल्ली सरकार केंद्र सरकार का सहारा ले सकती है. सत्येंद्र जैन ने बताया कि तीनों सरकार को लिख दिया है, दोबारा बात करेंगे और केंद्र सरकार को भी लिखेंगे, क्योंकि अगर पंजाब और हरियाणा में आग को रोका न गया तो कोई और तरीका नहीं है दिल्ली में प्रदूषण कम करने का. प्रदूषण को हटाने का तरीका है कि उसे बढ़ाया न जाए.
'MCD ने ऑड-ईवन स्कीम फेल करने की कोशिश की'
देश की राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए केजरीवाल सरकार अब तक 2 बार ऑड-ईवन स्कीम लागू कर चुकी है. दिल्ली सरकार ने आंकड़े जारी कर ये दावा किया था कि सड़कों से गाड़ियों की संख्या कम हुई है. शनिवार को 'आज तक' से खास बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने आरोप लगाया है कि एमसीडी ने ऑड-ईवन स्कीम को विफल करने की कोशिश की थी. जैन ने कहा कि पिछली बार हमने ऑड-ईवन किया तो एमसीडी ने सारे पार्कों में आग लगवा दी थी. ऑड-ईवन में जब दिल्ली के अंदर 30 से 40 प्रतिशत वाहन कम होते हैं, तो प्रदूषण कैसे बढ़ा. अगर एमसीडी सारी दिल्ली में आग लगाएगी तो ऑड-ईवन मुश्किल काम है.
प्रदूषण बढ़ने की एक वजह ट्रैफिक जाम
हवा में PM 2.5 और PM 10 का स्तर बढ़ने से सांस की तकलीफ झेल रहे लोगों की मुसीबत काफी बढ़ जाती है. ऐसे में न सिर्फ ऑड-ईवन जैसे स्कीम बल्कि कई और पहलू भी हैं, जिनपर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों के सवाल पर जैन ने बताया कि सरकार बस लेन को लागू करना चाहती है ताकि सिंगल पॉइंट से ट्रैफिक कम हो सके. सरकार के मुताबिक प्रदूषण बढ़ने की एक वजह ट्रैफिक जाम भी है, खास तौर से दिल्ली की 100 फुट से ज्यादा चौड़ी सड़कें, जहां ट्रैफिक स्मूथ नहीं चल पा रहा है.