लंबे अरसे के बाद सरकार और सिविक एजेंसियां सफाई कर्मचारियों को पक्का करने के लिए जागरूक नज़र आ रही हैं. आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले 17 दिनों से सिविक सेंटर पर अनशन कर रहे सफाईकर्मियों को स्थायी करने के लिए उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी निगम के आयुक्तों को निर्देश दिए हैं.
शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने तीनों नगर निगमों के अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करने के लिए लिखित निर्देश जारी किए हैं. साथ ही 5 अप्रैल को जैन ने शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव और स्थानीय निकायों के निदेशकों को भी पत्र लिखा है. अब निगमों पर शासन करने वाली बीजेपी और एलजी पर सफाई कर्मचारियों को नियमित करने की जिम्मेदारी आ गई है.
आपको बता दें कि बुधवार को दिल्ली विधानसभा में सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का एक प्रस्ताव भी पारित हुआ था. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिविक सेंटर पर अनशन कर रहे सफाई कर्मचारियों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए कहा था कि वे सरकारी विभागों के कर्मचारियों को पक्का करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास सर्विसेज विभाग नहीं है. केजरीवाल ने सदन में ही नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता से कहा था कि सफाई कर्मचारियों को दिल्ली सरकार नियमित नहीं कर सकती, लेकिन केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार कर सकती है.
सफाई कर्मचारियों को पक्का करने के मामले में उत्तरी दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल ने दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को बताया कि सफाई कर्मचारी यूनियन के साथ दक्षिणी दिल्ली की मेयर कमलजीत सहरावत, पूर्वी दिल्ली की मेयर नीमा भगत ने भी मुलाक़ात की है. मेयर के मुताबिक सफाई कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया है कि यदि दिल्ली सरकार द्वारा फंड जारी किया जाता है तो सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा.
इसके अलावा उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्थाई समिति के अध्यक्ष तिलकराज कटारिया ने बताया कि शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों के संघों के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री की बैठक शाम 4 बजे होनी है. कटारिया ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को चरणबद्ध तरीके से रिक्तियों की उपलब्धता के अनुसार नियमित किया जाएगा और दिल्ली सरकार द्वारा जारी राशि के अनुसार सफाई कर्मचारियों को एरियर का भुगतान होगा.