पूरे NCR समेत राजधानी दिल्ली में प्याज और दूसरी सब्जियों के दामों में बेतहाशा हो रही बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली सरकार चिंतित है. राजधानी की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर में भी प्याज 60 से 70 रुपये किलो बिक रहा है.
दिल्ली सरकार ने कहा है कि वह मंडियों में प्याज के साथ-साथ दूसरी सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. दिल्ली सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री ने खाद्य और आपूर्ति कमिश्नर को निर्देश दिया है कि वह राजधानी में प्याज समेत सब्जियों के जमाखोरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई शुरू करें.
केंद्र सरकार से मांगी मदद
सब्जियों की कीमतों को लेकर सरकार फूड और सप्लाई कमिश्नर समेत दूसरे अधिकारियों के साथ बैठक कर चुकी है. दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से कीमत नियंत्रण फंड से कीमतें कम रखने के लिए वित्तीय मदद भी मांगी है. दिल्ली सरकार का कहना है कि अगर उसे कीमत नियंत्रण फंड से केंद्र सरकार कुछ वित्तीय मदद देती है तो दिल्ली सरकार राजधानी में सस्ती दरों पर पीडीएस के जरिए प्याज बेचेगी. दिल्ली में फिलहाल सफल के स्टोर पर दिल्ली सरकार बाजार से थोड़ी कम कीमतों पर प्याज बेच रही है.
जमाखोरों पर नजर
दिल्ली सरकार का कहना है कि प्याज की कीमतों में रुलाने वाली बढ़ोतरी के बाद सरकार ने अलग-अलग टीम बनाकर राजधानी की बड़ी मंडियों में जमाखोरों पर नजर रखना शुरू कर दिया है. सरकार के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राजधानी में अब तक प्याज की जमाखोरी की कोई घटना सामने नहीं आई है. सरकार का कहना है कि राजधानी में प्याज के रखरखाव की कीमतें ज्यादा होने की वजह से राजधानी में प्याज की जमाखोरी मुश्किल है. लेकिन दिल्ली सरकार का कहना है कि आस-पास के राज्यों में जमाखोरी की संभावना ज्यादा है. बरहाल सरकार ने आदेश दिए हैं कि राजधानी में जमा खोरी की किसी भी घटना पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
कीमतें बढ़ती रहीं तो स्टोरेज की सीमा होगी प्रतिबंधित
दिल्ली सरकार ने कहा है कि महाराष्ट्र के नासिक से आने वाले प्याज की सप्लाई कम होने के चलते कीमतें ज्यादा हुई हैं. फिलहाल दिल्ली में प्याज के स्टॉक पर सरकार ने कोई सीमा नहीं रखी है, लेकिन दिल्ली के खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन का कहना है कि अगर महंगाई इसी तरह से जारी रही और जरूरत पड़ी तो सरकार प्याज के स्टोरेज की सीमा प्रतिबंधित कर सकती है.
कीमत बढ़ने की ये भी वजह
वहीं दिल्ली के अलग-अलग मंडियों में आज तक द्वारा किए गए रिएलिटी चेक में किसानों और दुकानदारों ने बताया है कि पिछले 3-4 सालों से लगातार झेल रहे किसानों ने इस साल सब्जियों की फसल कम उगाई है, ताकि वह ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकें. राजधानी में मौसमी सब्जियों की कीमतें इस साल 50 से 70 फीसदी तक ज्यादा हो गई हैं.