नए साल के पहले दिन से शुरू हुए ऑड-इवन फार्मूले का 15 जनवरी को आखिरी दिन है. दिल्ली सरकार ने नियम को लगातार जारी रखने का फैसला नहीं लिया है. सरकार अभी इसकी समीक्षा करेगी. ऑड-इवन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फैसला लेना मुश्किल था लेकिन लोगों ने इसे सही भावना से स्वीकार किया.
केजरीवाल ने नियम को लागू करवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली पुलिस, मीडिया और न्यायपालिका का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा, 'नियम से प्रदूषण कम हुआ लेकिन लोग ट्रैफिक कम होने से ज्यादा खुश थे. सड़कें खाली दिखीं. लोग कह रहे हैं कि वे परेशानी झेलने को तैयार हैं लेकिन योजना जारी रखी जाए.'
डीटीसी बस में लोगों ने किया ज्यादा सफर
दिल्ली के सीएम ने बताया, 'ऑड-इवन फार्मूले के दौरान डीटीसी बसों की संख्या बढ़ाई गई. कुल 6 हजार बसें चल रहीं थीं. पहले एक बस दिनभर में 200 किमी का सफर तय करती थी लेकिन इस बढ़ाकर 220 किमी किया गया. डीटीसी बसों में औसतन 53 लाख लोगों ने इस दौरान सफर किया.' केजरीवाल आगे कहते हैं, 'दिल्लीवासियों को अपने बच्चों और राज्य के लिए ऑड-इवन के नियम को स्वेच्छा से अपनाते रहना चाहिए.'
कम हुआ प्रदूषण
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'ऑड-इवन नियम से दिल्ली में 20 से 25 फीसदी प्रदूषण कम हुआ. इस दौरान कुल 9,144 चालान काटे गए.' उन्होंने कहा, 'जब योजना लागू की थी तप 90 प्रतिशत इसके खिलाफ थे लेकिन अब 90 प्रतिशत इसके हक में हैं.'