ऑड-इवन योजना स्थाई रुप से दिल्ली में लागू नहीं की जाएगी. इस बात की तस्दीक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को करते हुए कहा कि इस फॉर्मूले को स्थाई रूप से लागू करना संभव नहीं है. केजरीवाल ने एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि इस योजना को स्थाई रूप से लागू करना संभव नहीं. प्रदूषण के खतरनाक स्तर को कम करने के लिए इस तरह की पहल का अस्थायी रूप से इस्तेमाल किया जाता है.'
उन्होंने कहा कि इस योजना का अभ्यास 15 जनवरी तक किया जाएगा और 15 जनवरी के बाद ही इसे जारी रखने या नहीं रखने के बारे में फैसला लिया जाएगा. वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई निजी वाहनों के लिए सम-विषम योजना एक जनवरी (शुक्रवार) से शुरू हो गई है.
केजरीवाल बोले लोग दिल से जुड़े
दिल्ली में नए साल से नई पहल शुरू हो गई. प्रदूषण कम करने के लिए ऑड-इवन नंबर की गाड़ियों का फॉर्मूला पहली जनवरी से लागू हो गया. एक जनवरी को शाम आठ बजे तक सड़कों पर सिर्फ ऑड नंबर यानी जिसके अंत में 1,3,5,7,9 नंबर आता हो, वही चलेंगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कार पूल कर अपने-अपने काम पर पहुंचने की अपील की और खुद कार पूल कर अपने ऑफिस पहुंचे. केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि लोगों ने इस फॉर्मूले को दिल से अपनाया है.
केजरीवाल ने भी किया कार पुल
केजरीवाल अपने परिवहन मंत्री गोपाल राय और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ कार पूलिंग कर दफ्तर पहुंचे. केजरीवाल ने एफएम रेडियो पर भी लोगों से अपील की है कि अपने सहकर्मियों और पड़ोसियों के साथ मिलकर कार पूलिंग करें और ऑड-इवन नियम का पालन करें . फिलहाल यह 15 दिन का ट्रायल है, जो सुबह आठ से शाम आठ बजे तक लागू रहेगा . रविवार को यह लागू नहीं रहेगा. महिलाओं को भी इससे छूट दी गई है.
साइकिल से दफ्तर जाएंगे सिसोदिया
पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन के पास इवन नंबर की कार है, इसलिए वह ऑड तारीख पर ऑटो से दफ्तर पहुंचेंगे. वहीं. पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा बाइक से और समाज कल्याण मंत्री संदीप कुमार बस से दफ्तर जाएंगे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बड़ा ऐलान किया है. उनके पास ऑड नंबर की गाड़ी है. इसलिए उन्होंने हर इवन तारीख पर साइकल से ऑफिस जाने का ऐलान किया है. उधर, गोपाल राय ने इसके क्रियान्वयन का जायजा लेने डीटीसी की बस से सफर किया.