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कोर्ट में जेटली ने दिया उसी भाषा में जवाब, कहा- केजरीवाल की न कोई इज्जत, ना ही कैरेक्टर

अरविंद केजरीवाल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से दाखिल 10 करोड़ के आपराधिक मानहानि मामले को खारिज करने की मांग की है.

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अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच मानहानि का मामला अलग ही मोड़ लेता जा रहा है. शुक्रवार को जेटली ने दिल्ली की अदालत में केजरीवाल की भाषा में ही केजरीवाल पर हमला किया. जेटली ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की ना कोई इज्जत है और ना ही कोई कैरेक्टर है.

 

गौरतलब है कि इससे पहले केजरीवाल ने यह तर्क देते हुए अदालत से मानहानि का मामला खारिज करने की मांग की थी कि जेटली 2014 के लोकसभा चुनावों में 1 लाख से अधिक वोटों से हारे थे इसलिए उनकी कोई इज्जत नहीं है. अदालत में जेटली ने इसी मुहावरे का इस्तेमाल किया और कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में केजरीवाल 3 लाख से अधिक वोटों से हार चुके हैं इसलिए उनकी न कोई इज्जत है और ना कोई कैरेक्टर.

 

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इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से दाखिल मानहानि मामले को खारिज करने की मांग की थी. दिल्ली हाईकोर्ट में शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान केजरीवाल के वकीलों ने इसके लिए एक अर्जी लगाई. इसमें कहा गया कि जेटली ने बिना तथ्यों के आरोप लगाए हैं. इसलिए इस केस को खारिज किया जाए.

केजरीवाल ने और समय मांगा
केजरीवाल के वकीलों ने इस केस से जुड़े अतिरिक्त दस्तावेज दाखिल करने के लिए अदालत से कुछ और समय मांगा है. कोर्ट ने इसके लिए उन्हें तीन हफ्ते का समय दिया है. मामले की अगली सुनवाई 15 मार्च को होगी. इससे पहले कोर्ट ने जेटली को भी पेशी से छूट दे दी थी.

यह है मामला
गौरतलब है कि डीडीसीए 'घोटाले' में केजरीवाल के आरोपों पर जेटली ने केजरीवाल सहित छह आप नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज करा 10 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा था. केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि डीडीसीए में वित्तीय गड़बड़ी जेटली के कार्यकाल में हुई थी.

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