दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह अचानक ही पूर्वी दिल्ली के जीटीबी सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान केजरीवाल अपने पुराने अन्दाज में नजर आए.
केजरीवाल ने इमरजेंसी वार्ड से लेकर जनरल वार्ड तक हर जगह जाकर मरीजों का हाल जाना. उनके साथ दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन भी मौजूद थे. मरीजों ने अपनी समस्या बताई. कहा लाइन में तीन चार घंटे तक खड़ा रहना पड़ता है. एक दिन के बाद भी नंबर नहीं आता.
हर मरीज परेशान
अस्पताल में मौजूद लगभग हर मरीज ने शिकायत अस्पताल की अव्यवस्था और बदहाली को लेकर शिकायत किया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी को शिकायतों पर कार्यवाई करने का भरोसा दिलाया.
केजरीवाल ने मरीजों से हेल्प लाइन नंबरों का इस्तेमाल करने की सलाह दी. इस पर मरीजों ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर पर की गई शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है.
अस्पताल में चलती है रिश्वत
जीटीबी अस्पताल में इलाज करा रहे महिंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि यहां रिश्वत लेकर अस्पताल में मरीजों को भर्ती कराया जाता है. केजरीवाल ने उनकी बात सुनी और कहा कि उनकी समस्या का निपटारा किया जाएगा.
महिंद्रा कुमार शर्मा ने दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उस पर कार्यवाही नहीं हुई.
डॉक्टरों को सरकार की स्कीम के बारे में पता ही नहीं
जब अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात की तो उनका कहना था कि यहां लोगों को समय पर दवाइयां नहीं मिल रही हैं. इस समस्या को दूर करेंगे. वहीं जब हमने मरीजों के निजी अस्पताल में इलाज को लेकर सवाल किया तो उनका कहना था कि इस स्कीम के बारे में डॉक्टरों को पता ही नहीं है. मगर ये जवाब लोगों के गले नहीं उतर रहा है. क्योंकि अस्पताल में भी बड़े-बड़े पोस्टर इस योजना के लगाए गए हैं. ऐसा कैसे हो सकता है कि डॉक्टर को पता ना हो.