दिल्ली के दंगल में कांग्रेस और बीजेपी को इस बार एक नई चुनौती का सामना कर पड़ रहा है. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने अपनी पार्टी की अगुवाई के लिए किरण बेदी को आगे कर दिया है.
आम आदमी पार्टी और इसके प्रमुख केजरीवाल न सिर्फ तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, बल्कि दूसरे नेताओं को अपने तौर तरीकों से चौंका भी रहे हैं. अब केजरीवाल ने पूर्व आईपीएस किरण बेदी को अपनी पार्टी में शामिल होने और दिल्ली की अगुवाई करने की दावत दी है.
केजरीवाल ने कहा है कि किरण बेदी आम आदमी पार्टी से लड़कर चुनाव जीतें और दिल्ली की मुख्यमंत्री बनें.
सर्वे में फायदे में दिख रहे हैं केजरीवाल
इंडिया टुडे ने हाल ही में एक सर्वे कराया था जिसके मुताबिक कांग्रेस को 2009 की तुलना में 7 फीसदी, बीजेपी को 1 फीसदी और अन्य को 9 फीसदी वोटों का घाटा होता दिख रहा है. अगर कोई फायदे में है तो केजरीवाल. अगर सीटों के लिहाज से देखें तो 2009 में कांग्रेस को 43 सीटें मिलीं थीं, वहीं अब वह 28 सीटों पर सिमटती दिख रही है. उधर, बीजेपी को भी इतनी ही सीटें मिलती दिख रही हैं, जो 2009 की तुलना में पांच ज्यादा हैं. अन्य पार्टियां सीटों के मामले में बढ़त हासिल कर रही हैं और उनकी संख्या चार से बढ़कर पांच हो सकती हैं.
सर्वेक्षण 'आप' को 9 सीटें देता दिख रहा है. जाहिर है कि किसी राजनैतिक दल की सफलता के फुल प्रूफ आंकड़ें को चुनाव से पहले ही पेश कर देना बहुत बुद्धिमानी का काम नहीं कहा जा सकता, लिहाजा सर्वेक्षण में कांग्रेस और बीजेपी को 25 से 31 सीटें, आप को 6 से 12 सीटें और अन्य दलों को 2 से 8 तक सीटें मिलने की गुंजाइश रखी गई है.