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जानिए क्यों दिल्ली वालों को बारिश से लगता है डर...

दिल्ली की गर्मी लोगों को रुला रही है. ऐसे में बारिश की उम्मीद लगाए बैठे दिल्ली वासी मानसून तो चाहते है पर साथ ही डरे हुए भी हैं. इनके डर का कारण है, जगह- जगह गर्मी से सड़ता कूड़ा और खुली हुई नालियां जिनकी सुध लेने वाला कोई नही है.

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दिल्ली में कई जगह है कूड़े का ढेर
दिल्ली में कई जगह है कूड़े का ढेर

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दिल्ली की गर्मी लोगों को रुला रही है. ऐसे में बारिश की उम्मीद लगाए बैठे दिल्ली वासी मानसून तो चाहते है पर साथ ही डरे हुए भी हैं. इनके डर का कारण है, जगह- जगह गर्मी से सड़ता कूड़ा और खुली हुई नालियां जिनकी सुध लेने वाला कोई नही है. हालात इतने बुरे हैं कि अगर अभी दिल्ली में बारिश हो जाए तो जाम पड़ी नालियां और खुले में हफ़्तों से सड़ता कूड़ा मुश्किल और बढ़ा देगा.

दिल्ली एमसीडी पर लगातार तीसरी बार कब्ज़ा करने के बाद बीजेपी का दावा था कि 2 महीने में दिल्ली की साफ-सफाई दुरुस्त कर दी जाएगी, पर जब हमने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया तो पाया हालात में कोई सुधार नही हुआ है. मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है, पर शहर भर में खुले पड़े कूड़ेदान और जाम पड़ी नालिया अभी भी सफाई की बाट जोह रहे हैं.

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खुले में भयानक गर्मी से सड़ रहा कूड़ा
दिल्ली की गर्मी रुला रही है और साथ ही गर्मी से सड़ता कूड़ा जीना मुश्किल किये हुए है. एमसीडी पर लगातार तीसरी बार काबिज़ बीजेपी के सफाई को लेकर तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं. यूं तो दिल्ली के किसी भी इलाके में आप चले जाइये खुले में बीच सड़क पर सड़ता कूड़े का ढेर आपको हर तरफ दिख जाएगा, पर कई जगहों पर कूड़ेदान ठीक रिहाइश के सामने हैं, जहां लोगों का कूड़े की बदबू और मच्छर, मक्खियों से बुरा हाल है. कुछ ऐसे ही इलाकों के बारे में आइए हम आपको जानकारी देते हैं...

त्रिलोकपुरी
यहां इलाके का कूड़ा जहा इकट्ठा किया जाता है, उसके ठीक सामने लोग रहते हैं. यहां हफ्ते में एक बार कूड़े की गाड़ी आती है और बाकी 6 दिन कूड़ा खुले में सड़ता रहता है, जिसकी बदबू से लोगों का बुरा हाल है. साथ ही मक्खी, मच्छर की फौज चौबीसों घंटे इनकी परेशानिया बढ़ा रही है. छोटे-छोटे बच्चे बीमार पड़े रहते हैं, इनको डर है कि अगर बारिश हो गई तो क्या होगा?

दल्लूपुरा
एमसीडी चुनावों के समय हमने दिल्ली के सभी वार्डों का जायज़ा लिया था. दिल्ली के दल्लूपुरा में भी हमने लोगों की परेशानियां सुनी थीं. यहां पहले कांग्रेसी पार्षद थे और अब बीजेपी है. पार्टी बदली, चेहरा बदला पर नही बदली तो यहां के लोगों की किस्मत. ये कल भी नालियों की सफाई को लेकर दुखी थे और आज भी परेशान हैं. न ही नालियां साफ हुई, न ही कूड़ा उठाया गया. खुली पड़ी नालियां डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों को न्योता दे रही हैं और सड़ते कूड़ा से सांस लेना मुहाल हुआ है, पर सुनने वाला कोई नही.

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मधु विहार
दिल्ली के मधु विहार इलाके में जब हम पहुचे तो पाया कि ज्यादातर कूड़ा घर में कूड़ा पूरी तरह नही पर थोड़ा बहुत साफ किया गया है. जब पड़ताल की तो पता चला ईस्ट दिल्ली की मेयर यहां दौरे पर हैं जिसके चलते जहा हफ़्तों से सफाई नही हुई थी वहां भी सुबह पांच बजे से युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चल रहा है. लोगों का कहना है बरसात में यहां हालात बहुत बुरे होते हैं, घुटने तक पानी भरा होता है वो भी कूड़े से सना हुआ. ऐसे में बीमारिया यहां आम हैं. बीजेपी ने एमसीडी चुनावों में चेहरे बदल दावा किया था कि इस बार दिल्ली का स्वरूप बदल जाएगा, पर मौजूद हालात और सच्चाई बयां करतीं ये तस्वीरें ये बताने के लिए काफी हैं कि अभी दिल्ली वालों को साफ गली-मुहल्लों के लिए लंबा इंतजार करना होगा.

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