आम आदमी पार्टी में मचे घमासान के बीच रविवार को दिल्ली में कुमार विश्वास ने राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर मीटिंग की. कुमार ने चुनावी तैयारियों के लिए पर्यवेक्षकों के साथ मीटिंग की. कुमार इशारों ही इशारों में पार्टी नेतृत्व पर बरसे और कार्यकर्ताओं से दिल्ली के घटनाक्रम से प्रभावित न होने की अपील की.
चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए खुद कुमार विश्वास 25 जून को राजस्थान जाएंगे और वहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संगठन की जमीनी हकीकत का जायजा लेंगे.
पार्टी नेतृत्व पर सवाल
कुमार विश्वास ने अपने खिलाफ हो रही बयानबाजी पर भी पलटवार किया. बैठक में कमार ने कहा, "अयोध्या के युवराज सबसे शालीन विनम्र थे, लेकिन उनका निष्कासन महलों के षड्यंत्रकारियों की ओर से हुआ था." कुमार ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर दिए गए अपने बयान पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा कि हम वसुंधरा राजे के कुशासन के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे, लेकिन वह अपने निजी जीवन में क्या करती हैं, हम इस पर नहीं बोलेंगे. कुमार ने दो टूक कहा कि इस पर जिसे आपत्ति है, वह अपनी आपत्ति अपने घर रखे.
निजी हमलों को लेकर कुमार ने पीएम मोदी का उदाहरण दिया. कुमार ने कहा, ''पीएम मोदी ने दिल्ली चुनाव के दौरान हमें अराजक और नक्सली कहा, बिहार में नीतीश के डीएनए पर सवाल उठाया तो जनता ने उन्हें जवाब दिया.''
'हम जवाब नहीं देंगे'
कुमार विश्वास ने अपने खिलाफ बन रहे माहौल पर सीधे कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ''हमारे खिलाफ जितना दुष्प्रचार करना है, हम जवाब नहीं देंगे. वह बाकी चीजें भी करेंगे, चरित्र हनन की भी कोशिश करेंगे. हमें चुनौती का सामना करना है और इस पर विचलित नहीं होना है.''
बाहरी नेताओं को आप से टिकट देने पर कुमार ने कहा, ''बाहर से गंगा नदी में कई नाले गिरे. दूसरे दलों से पांच मिनट पहले नेता लेकर अगर चुनाव जीत भी जाएंगे तो आप आंदोलन हार जाएंगे. अगर आप लड़कों के साथ चुनाव हार भी गए तो आप आंदोलन जीत जाएंगे.'' कुमार विश्वास ने कहा कि हम बैक टू बेसिक पर लौटेंगे और मूल स्वराज का पालन करेंगे.
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चुनावी तैयारियों पर क्या बोले विश्वास?
राजस्थान चुनाव पर कुमार विश्वास ने कहा कि वहां अच्छा काम करने वाला कार्यकर्ता ही हमारा नेता होगा. कुमार ने 25 लोकसभा पर्यवेक्षकों से 25 जून की तैयारी करने का आह्वान किया. कुमार ने बताया कि अलग-अलग प्रकोष्ठ के लोग अलग-अलग काम करेंगे और 25 जून को होने वाले सम्मेलन में ज्यादा से लोगों को लाने की जिम्मेदारी होगी.