आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल दिल्ली में बीजेपी को सरकार बनाने से रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. इसी सिलसिले में वह बुधवार की सुबह राज्यपाल से भी मिलेंगे. दूसरी ओर केजरीवाल के नजदीकी कुमार विश्वास द्वारा टेलीविजन साक्षात्कार में नरेंद्र मोदी की तारीफ करने के बाद आम आदमी पार्टी के सदस्य आग बबूला हो गए हैं.
विश्वास ने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी, मनमोहन सिंह के मुकाबले बेहतर प्रधानमंत्री है. उन्होंने मोदी की जापान यात्रा और कश्मीर दौरे की भी जमकर तारीफ की. मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए विश्वास ने एक कदम आगे जाते हुए दिल्ली में सरकार छोड़ने के अपनी पार्टी के फैसले पर ही अंगुली उठा दी. विश्वास ने कहा, 'इस मसले पर बहुत ज्यादा चर्चा नहीं हुई, हमें दिल्ली के लोगों से चर्चा करनी चाहिए थी.'
हालांकि इस बीच खबर है कि कुमार विश्वास को सूरत के गौ फाउंडेशन की तरफ से एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए आमंत्रण पत्र मिला है. इस पर विश्वास ने कहा, 'मैंने उन्हें अपनी शर्तों और पेमेंट के बारे में बता दिया है, अगर वे सहमत होते है, तो मैं निश्चित तौर पर कार्यक्रम में शिरकत करूंगा. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति से कोई फर्क नहीं पड़ता और मेरे निजी मामलों में पार्टी की कोई भूमिका नहीं है.'
कार्यक्रम में शामिल होने के सवाल पर विश्वास ने कहा, 'यह मेरा निजी कार्यक्रम होगा और मुझे नहीं लगता कि इसमें पार्टी की कोई भूमिका है.'
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया था. साथ ही दिल्ली में सरकार बनाने के लिए बीजेपी को आमंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति से सहमति मांगने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को भी आड़े हाथों लिया. केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उपराज्यपाल बीजेपी के लिए बैंटिंग कर रहे हैं.
4 सितंबर को राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र को आम आदमी पार्टी ने मीडिया के लिए जारी किया था. इसमें उपराज्यपाल के कथन का भी जिक्र था, 'इसमें जंग का कहना था कि छोटे अंतराल में चुनाव कराना दिल्ली की जनता के हित में नहीं होगा. विधानसभा भंग करने से पहले दिल्ली में एक लोकप्रिय सरकार बनाने के लिए हर संभव कोशिश होनी चाहिए.'
आम आदमी पार्टी के विधायकों को अपने पक्ष में लाने के लिए मोलभाव करते हुए बीजेपी नेता को दिखाने वाला स्टिंग वीडियो जारी करने के एक दिन बाद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रपति को सीडी सौंपकर उनसे मांग करेंगे कि वे उपराज्यपाल से कहें कि वे दिल्ली में सरकार बनाने के लिए बीजेपी को आमंत्रित ना करें.