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राज्यसभा ना भेजे जाने पर बोले विश्वास- अरविंद ने कहा था मारेंगे पर शहीद नहीं होने देंगे

नाम के ऐलान के बाद कवि और पार्टी नेता कुमार विश्वास का दर्द छलका है. कुमार ने कहा कि मुझे सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है. मैं इस दंड को स्वीकार करता हूं.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. आप की तरफ से संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता राज्यसभा जाएंगे. नाम के ऐलान के बाद कवि और पार्टी नेता कुमार विश्वास का दर्द छलका है. कुमार ने कहा कि मुझे सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है. मैं इस दंड को स्वीकार करता हूं.

कुमार विश्वास ने क्या कहा?

प्रतिक्रिया देते हुए कुमार ने कहा कि सब अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. आप अपनी लड़ रहे हैं, मैं अपनी लड़ रहा हूं. मैं बहुत शुभकामाएं देता हूं जिनको रामलीला मैदान के लिए चुना है. मैं अरविंद और पूरी पार्टी जिन लोगों ने तय किया है उनको बधाई देता हूं. नवनीत बना कर भेजा है देश के सर्वोच्च सदन में जहां अटल और इंदिरा की आवाज गूंजी है. कुमार ने कहा कि नैतिक रूप से एक कवि, मित्र और आंदोलनकारी की जीत हुई है.

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सुशील और नारायण दास गुप्ता पर तंज

उन्होंने नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता के नाम पर तंज भी कसा. विश्वास बोले कि पिछले 40 साल से मनीष सिसोदिया के साथ काम कर रहे, 12 वर्ष से अरविंद के साथ काम कर रहे, 7 साल से कार्यकर्ताओं के लिए और 5 साल से पार्टी के लिए ट्वीट, बहस कर जिन्होंने पार्टी को खड़ा किया ऐसे महान क्रांतिकारी सुशील गुप्ता और नारायण दास गुप्ता को राज्यसभा जाने के लिए बधाई देता हूं.

कुमार विश्वास बोले कि युद्ध का एक नियम होता है, शहीदों के शव से छेड़छाड़ नहीं की जाती है. आपकी (अरविंद केजरीवाल) इच्छा के बिना वहां पर कुछ होता नहीं है, आपसे असहमत रहकर दल में जीवित रहना काफी मुश्किल है.

कुमार ने इसके साथ ही एक ट्वीट भी किया. उन्होंने ट्वीट के साथ लिखा कि सबको लड़ने ही पड़े अपने-अपने युद्ध, चाहे राजा राम हो, चाहे गौतम बुद्ध''.

आपको बता दें कि 5 जनवरी को राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन करने की आखिरी तारीख है. उससे पहले कई तरह की अटकलें जोरों पर थीं. कुमार विश्वास, आशुतोष समेत कई बड़े नेताओं का नाम चर्चा में था. लेकिन जब मनीष सिसोदिया से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बैठक के अंदर कई विषयों पर चर्चा हुई थी.

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उम्मीदवारों को लेकर थी अटकलें

बीते 29 दिसंबर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही चुनाव चुनावी प्रक्रिया तो शुरू हो गयी है. लेकिन AAP ने अभी तक पत्ते नहीं खोले थे. यूपी के प्रभारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह का राज्यसभा जाना तय था और पार्टी में उनके नाम पर पहले ही सहमति बना चुकी थी. 

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