मंगलवार को डेढ़ साल के बच्चे से मां की दरिंदगी के सामने आए वीडियो से हर कोई हैरान था. वीडियो में गीता कॉलोनी की शबनम नाम की अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे को अचानक ही बेरहमी से पीटना शुरू कर देती है. बच्चे को कई तमाचे जड़ने के बाद उसे बिस्तर पर पटक देती है लेकिन इतने से भी इस महिला का दिल नहीं भऱा है. बिस्तर पर भी ये बच्चे की पिटाई चालू रखती है.
लेकिन मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक ये वीडियो सिर्फ मां की हैवानियत नहीं बल्कि मां की बीमारी को भी दर्शाता है. क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ पूजा शिवम जेटली के मुताबिक इस वीडियो में महिला की बॉडी लैंग्वेज देखकर ये साफ पता चलता है कि महिला सामान्य नहीं है. महिला किसी मानसिक बीमारी की शिकार है और अक्सर ऐसे लोग जिनका मानसिक असंतुलन ठीक नहीं होता, वो जाने-अनजाने ऐसा बर्ताव करते हैं.
डॉ. पूजा ने कहा कि खास तौर पर उन लोगों के साथ जो उनसे ताकत में कम है. उन्होंने कहा कि हो सकता है महिला किसी तनाव का शिकार हो, अक्सर तनाव और अवसाद से ग्रसित लोग भी अपना गुस्सा या चिड़चिड़ापन निकालने के लिए उत्तेजित होकर तोड़-फोड़ करना, कम ताकतवर व्यक्ति पर चीखना, चिल्लाना, या मार-पीट करना शुरु कर देंते हैं, लेकिन जिस तरह की बर्बरता करती हुई महिला दिखाई पड़ रही है, उससे लगता है कि किसी गंभीर मानसिक बीमारी से वो महिला जूझ रही है. ऐसे में जरुरी है मार-पीट करती दिख रही मां को काउंसलिंग दी जाए. एक तरफ जहां मां बच्चे को बेरहमी से पीट रही हैं, वहीं दूसरी तरफ महिला की बॉडी लैंग्वेज बताती है कि ये सब करने वाली महिला को इस बात का इल्म भी नहीं है कि वो अपने ही बच्चे को पीट रही है लिहाजा महिला को भी तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट की जरुरत है.
बच्चे की दादी ने की शिकायत
गौरतलब है कि महिला पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है. दरअसल, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल के पास सोमवार शाम को शिकायत
मिली थी कि एक महिला अपने बच्चे की पिटाई करती है. शिकायत करने वाली बच्चे की दादी ने एक सीसीटीवी फुटेज शिकायत के साथ आयोग को सौंपा
था जिसमें बच्चे की मां उसे बुरी तरह पीट रही थी. शिकायत पर एक्शन लेते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने गीता कालोनी के
एसएचओ को पत्र लिखकर इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने की सिफारिश की थी, जिस पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने मंगलवार को आरोपी मां पर
एफआईआर दर्ज कर ली.
वहीं बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने प्रस्तुत कर किया गया, वेलफेयर कमेटी ने बच्चे की कस्टडी उसकी बुआ को दे दी गई. स्वाति मालीवाल के मुताबिक ये वीडियो काफी चौंकाने वाला है क्योंकि कोई मां अपने कलेजे के टुकड़े को बेरहमी से पिटे ये कल्पना करना भी मुश्किल है. लेकिन वीडियो में जो फुटेज दिख रहा है उसे देखते हुए कुछ वक्त के लिए मां को बच्चों से दूर रखना जरुरी है ताकि मामले की छान-बीन कर बच्चे से मारपीट करने वाली महिला की मानसिक स्थिति का पता लगाया जाए.