वसंत विहार गैंगरेप मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. आरोपी पक्ष के वकील एके सिंह को एक चिट्ठी मिली है. चिट्ठी लिखने वाले ने खुद को नक्सली नेता बताया है और धमकी दी है कि अगर आरोपी अक्षय ठाकुर को जमानत नहीं मिली तो अंजाम बहुत बुरा होगा.
पूरे देश को हिला देने वाले वसंतकुंज गैंगरेप के एक आरोपी अक्षय ठाकुर की जमानत को लेकर सनसनी मच गई है. अक्षय के समर्थन में आरोपी पक्ष के वकील एके सिंह को एक चिट्ठी मिली है. चिट्ठी लिखने वाले ने खुद को नक्सली नेता बताया है. इस चिट्ठी के बाद आरोपी पक्ष के वकील भी परेशान हैं. आरोपी पक्ष के वकील एके सिंह ने कहा, 'नक्सल की धमकी अक्सर खाली नहीं जाती है. इसलिए जब यह लेटर मिला है परेशान हूं, समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इस मामले की वकालत करूं कि नहीं.'
वहीं, इस लेटर के मिलने के बाद से पुलिस हरकत में आ गयी है और फिलहाल सभी आरोपियों की सुरक्षा सुनिशिचत करने के लिए पुलिस बल बढ़ा दिया गया है. कोर्ट ने भी इस मामले को बेहद गभींरता से लिया है और 2 घंटे के लिए मामले की सुनवाई टाल कर इस पर मीटिंग की गई.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने भी अक्षय की जमानत पर कुछ दिन पहले यह कहकर आपत्ति उठाई थी कि उसका संबंध नक्सली बेल्ट से है. वहीं शुक्रवार को साकेत कोर्ट में उस कारपेंटर के बयान भी दर्ज किए गए, जिसे आरोपियों ने बलात्कार की वारदात से पहले लूटा था. उधर, गैंगरेप के एक और आरोपी पर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने भी अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस केस में आने वाला यह पहला फैसला होगा.
जुविनाइल जसटिस बोर्ड अपना फैसला 11 जुलाई को सुनाएगा और उसके बाद ही यह साफ होगा कि गैंगरेप के इस आरोपी का भविष्य क्या होगा. पूरे देश की निगाहें इस केस पर हैं, खासतौर पर महिलाओं के हक में आवाज उठाने वाले संगठन फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.