दिल्ली सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए ऑटो-टैक्सी यूनियन के नेता अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे हैं. यूनियन से जुड़े 11 लोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे गए हैं. ऑटो-टैक्सी यूनियन ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी बनाई है. इसमें दिल्ली के तमाम ट्रांसपोर्ट यूनियन को शामिल किया गया है.
केजरीवाल की शवयात्रा निकाल कर प्रदर्शन
ऑटो चालकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शवयात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. मजदूर यूनियन संघ से जुड़े राजेंद्र सोनी खुद भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उनका कहना है कि हमारे ऑटो टैक्सी के लोगों का रोजगार खत्म कर दिया. सरकार ने कहा कि ओला और उबर बंद करेंगे लेकिन सरकार मुकर गई.
निकम्मापन छुपाने के लिए AAP लगाती है आरोप
आम आदमी पार्टी के बीजेपी स्पॉन्सर्ड आरोप पर राजेंद्र सोनी ने कहा कि जरा भी शर्म है तो मीडिया के सामने बातें रखे. ये अपना निकम्मापन छुपाने के लिए ऐसे आरोप लगाते हैं. राजधानी परिवहन पंचायत के इंद्रजीत सिंह ने बताया कि हमारी दिल्ली की टैक्सी प्वाइंट टू प्वाइंट चलती है. जबकि ओला और उबर की दूसरे राज्य की गाड़ी भी राजधानी में चला रहे हैं. हमने सरकार से पॉलिसी बनाने को लेकर बात करनी चाही लेकिन वो समय देने को राजी नहीं है.
पुलिस के संरक्षण में गुंडागर्दी का आरोप
केजरीवाल सरकार में परिवहन मंत्री सत्येंद्र जैन ने हड़ताल का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ते हुए कहा कि एक बार फिर बीजेपी के गुंडे डंडे लेकर गाड़ी रोक रहे हैं. उपराज्पाल से बात करने के बाद भी पुलिस सुरक्षा नहीं दे रही है. पुलिस के संरक्षण में गुंडागर्दी हो रही है.
मंत्री ने किया हड़ताल वापसी का दावा
ऑटो टैक्सी यूनियन की मांग और भूख हड़ताल के सवाल पर सत्येंद्र जैन ने तीखा हमला करते हुए बोला कि अगर गाड़ी बंद कर दोगे तो लोग ओला और उबर में ही जाएंगे. यूनियन से मुलाकात हुई है और उन्होंने स्ट्राइक वापिस ली है. लेकिन विजेंद्र गुप्ता झंडा लेकर बाहर खड़े होंगे.
गौरतलब है कि ऑटो-टैक्सी यूनियन दिल्ली सरकार से ऐसी पॉलिसी बनाने की मांग कर रही है. इसमे बाकी राज्यों की तरह ऑटो, टैक्सी और मोबाइल एप आधारित टैक्सी का किराया एक जैसा हो या मिला जुला हो.