देश की राजधानी में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप अभी थमा भी नहीं कि गलियों में फैला कूड़ा लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. इस बीच स्वच्छ भारत अभियान की दूसरी सालगिरह नजदीक है और शहर में गंदगी के हालात को देखते हुए उप राज्यपाल नजीब जंग ने अपने दफ्तर में सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई.
एलजी हाउस में बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन, NDMC चेयरमैन, DDA के वाइस चेयरमैन, MCD कमिश्नर, तमाम जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और दिल्ली सरकार के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे.
तीनों एमसीडी को एक महीने का वक्त
जाहिर है रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में पांच सौ शहरों में सफाई का सर्वे कराने की बात कही थी. इसके बाद एलजी ने बैठक बुलाई और स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर में फैली गंदगी साफ करने के लिए तीनों एमसीडी को एक महीने का वक्त दिया है.
क्या स्वच्छ भारत अभियान तक ही होगी सफाई?
बैठक खत्म होने के बाद मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 'दिल्ली में साफ-सफाई की हालत खराब है. दिल्ली कूड़े के ढेर में दबी हुई है. एलजी ने एमसीडी को आदेश दिया है कि एक महीने तक सफाई जरूर करें. साफ-सफाई के मामले में तीनों एमसीडी की जिम्मेदारी अहम हो जाती है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि एलजी के आदेश के बाद क्या सिर्फ स्वच्छ भारत अभियान तक ही नगर निगम सफाई का जिम्मा उठाएगा.'
उत्तरी नगर निगम के कमिश्नर पीके गुप्ता ने बताया, 'एलजी से सफाई के बारे में बात हुई है. इसके अलावा एलजी ने ढलाव को एक दिन में दो बार साफ करने को कहा है. स्वच्छ भारत अभियान 17 तारीख से शुरू कर दिया गया है, अब ये पूरे अक्टूबर के महीने तक चलेगा.'
'बारिश में पानी भरेगा तो मच्छर आएंगे'
एमसीडी के डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए किए जा रहे काम के सवाल पर कमिश्नर पीके गुप्ता ने अजीब बयान दिया. उन्होंने कहा, 'बारिश आएगी, पानी भरेगा तो मच्छर आएंगे ही. पिछले एक हफ्ते में चिकनगुनिया का असर कम हुआ है, हम काम कर रहे हैं.'