
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और एलजी वीके सक्सेना के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. हालात ऐसे बन गए हैं कि अब पूरी रात विधानसभा में आप विधायक एलजी के खिलाफ धरना देने वाले हैं. वे उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. उनके खिलाफ जांच बैठने की बात भी कर रहे हैं.
कैसे बढ़ती गई एलजी बनाम आप सरकार की तकरार?
इस समय कई मुद्दों को लेकर आप सरकार एलजी से खफा चल रही है. एक तरफ शराब घोटाले की जांच और सिंगापुर दौरे की मंजूरी ना मिलना विवाद को बढ़ाने वाले रहा तो वहीं अब एलजी द्वारा कई प्रस्तावों को वापस भेजना तकरार को और ज्यादा बढ़ा गया है. इसी वजह से अब आम आदमी पार्टी के खिलाफ विधायक खुलकर एलजी के खिलाफ खड़े हो गए हैं.
आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एलान किया है कि दिल्ली विधानसभा में सभी विधायक आज शाम 7 बजे गांधी मूर्ति के नीचे बैठेंगे और सभी आम आदमी पार्टी के विधायक रात भर विधानसभा के भीतर ही रुकेंगे. सभी विधायक सदन की वेल में रात भर रहने वाले हैं. वैसे आप की लड़ाई तो एलजी से कई मुद्दों को लेकर है, लेकिन इस्तीफे की मांग एक दूसरे कारण से की जा रही है.
एलजी का इस्तीफा क्यों मांगा जा रहा?
असल में दुर्गेश पाठक ने सदन के माध्यम से एक बड़ी जानकारी दी. दिल्ली के उपराज्यपाल बनने से पहले विनय कुमार सक्सेना खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन थे. तब का एक किस्सा साझा करते हुए उन्होंने बताया कि नोटबंदी के दौरान पीएमओ में ऐसी बहुत शिकायतें गईं कि खादी ग्रामोद्योग ने बड़े स्तर पर पुराने नोट नए नोटो में बदले जा रहे हैं. जब इसकी जांच हुई, तो इसमें खादी ग्रामोद्योग के दो कैशियर के नाम आए- प्रदीप कुमार यादव और संजीव कुमार.
वे आगे कहते हैं कि दोनों का बयान यह था कि खादी ग्रामोद्योग के फ्लोर इंचार्ज अजय गुप्ता और मैनेजर एके गर्ग ने इन कैशियर को डराया धमाकाया और कहा कि पैसा विनय कुमार सक्सेना का है. अगर चेयरमैन पर यह आरोप है तो इसकी जांच होनी चाहिए. यह इसलिए भी बड़ा मामला है, क्योंकि तब गरीब लोग घण्टो लाइन में लगकर अपने पैसे बदलवा पाते थे.
एलजी के किन फैसलों से नाराज आप सरकार?
वैसे इन मुद्दों को लेकर तो ये प्रदर्शन हो ही रहा है, लेकिन हाल ही में जब से एलजी द्वारा आप सरकार के कई प्रस्तावों को सिर्फ इसलिए वापस कर दिया गया क्योंकि उन पर सीएम के साइन नहीं थे, तल्खी और ज्यादा बढ़ गई है. असल में एलजी कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी थी. उस चिट्ठी में कहा गया था कि उनके पास सरकार की तरफ से कई ऐसे प्रस्ताव आ रहे हैं जिन पर सीएम का ही साइन नहीं है, ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा कि मुख्यमंत्री को उन प्रस्तावों की कोई जानकारी है भी या नहीं.
तब वीके सक्सेना ने सुझाव दिया था कि सीएम सभी प्रस्तावों पर साइन करने के बाद ही उन्हें उनके पास भेजे. अब उस चिट्ठी के बाद ही एलजी ने उन 47 फाइलों को वापस लौटा दिया जिन पर सीएम के हस्ताक्षर नहीं हो रहे थे.