दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया से आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने करीब 6 घंटे तक पूछताछ की. मनीष सिसोदिया सोमवार को तिहाड़ जेल में शिफ्ट किए गए थे. ऐसे में ईडी की टीम उनका बयान दर्ज करने के लिए तिहाड़ जेल पहुंची. इसके थोड़ी देर बाद ईडी की एक और टीम दो आरोपियों के साथ तिहाड़ जेल पहुंची.
मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 7 दिन तक वे सीबीआई हिरासत में रहे. सोमवार को सीबीआई ने उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया. सीबीआई ने सिसोदिया को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी. कोर्ट ने सिसोदिया को 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
कोर्ट से मिली ईडी को तीन दिन की अनुमति
इससे पहले ईडी ने कोर्ट में आवेदन देकर तिहाड़ में मनीष सिसोदिया से पूछताछ की इजाजत मांगी थी. कोर्ट ने ईडी को सिसोदिया का बयान दर्ज करने के लिए तीन दिन की इजाजत भी दी है.
किस मामले में हुई सिसोदिया की गिरफ्तारी?
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था. दिल्ली सरकार की विवादित शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में ये कार्रवाई की गई. सीबीआई ने करीब 6 महीने की जांच के बाद इस मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया है. बताते चलें कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी. दिल्ली सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी लाने को लेकर माफिया राज खत्म करने का तर्क दिया था. ये भी दावा किया गया था कि इससे सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा.
जुलाई 2022 में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने इस मामले में एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी के साथ ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगा था. इसी रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. 22 अगस्त को ईडी ने आबकारी नीति में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.