दिल्ली कांग्रेस ने अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन पर शराब की दुकान खुलने पर नाराजगी जाहिर की है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने सख्त लहजे में दिल्ली सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन पर खुली शराब की दुकान अगर बंद नहीं हुई, तो कांग्रेस कार्यकर्ता इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि दीपावली के दिन सीएम ने अक्षरधाम मंदिर में पूजा-अर्चना करके धार्मिक सद्दभाव का संदेश देने की कोशिश की. लेकिन उसके बाद अक्षरधाम मंदिर (भगवान नारायण) के दरवाजे के ठीक सामने शराब की दुकान खोलकर सरकार ने दिल्लीवासियों के विश्वास और आस्था को गहरा आघात पहुंचाया है.
अनिल चौधरी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनके चुनावी घोषणा पत्र में शराब की दुकान खोलने के लिए मोहल्ला सभा और उसके समीप में महिलाओं से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की बात कही गई थी. लेकीन ऐसा नहीं हुआ. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपनी सरकार के सात वर्षों के दौरान 420 शराब की नई दुकानें खोली. इन दुकानों की वैधता और आवंटन प्रक्रिया की जांच होनी चाहीए. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार ने जहां 420 शराब की दुकानें खोली वहीं 461 राशन की दुकानों को बंद कर दिया. इससे आम लोगों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ा.
बीजेपी-AAP में अंतर नहीं- कांग्रेस
आम आदमी पार्टी और भाजपा को कठघरे में खड़ा करते हुए अनिल चौधरी ने चादंनी चौक स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ने के लिए दोनों दलों को जिम्मेदार ठहराया. क्योंकि दिल्ली सरकार ने मंदिर को अतिक्रमण बताया था, और भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम को पत्र लिखकर उसे तोड़ने का आदेश दिया था. भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. जिनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क नहीं है. हनुमान मंदिर के पुर्नस्थापना किए जाने तक कांग्रेस अपना आंदोलन जारी रखेगी.