अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है. इसको लेकर देश के हर राज्य में तैयारियां हो रही है. राजधानी दिल्ली में भी रामलीला कमेटियों की महापंचायत की और दिल्ली के अनेक क्षेत्रों में शोभायात्रा निकालने का फैसला किया है.
शोभा यात्रा के बाद विशाल भंडारा भी किया जाएगा. रामलीला समितियों ने तय किया कि इसे दिवाली की तरह मनाएंगे. ऐसा लगेगा जैसे कि एक साल के अंदर दूसरी बार दिवाली है.
बग्गी पर निकलेगी शोभायात्रा
श्रीरामलीला महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि जनवरी 18, 19 और 20 तीन दिनों तक दिल्ली के पुराना किला में थाईलैंड, श्रीलंका, मलेशिया और रसिया से आए हुए कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे. लव-कुश रामलीला कमेटी और गौरी-शंकर मंदिर के बैनर तले 21 जनवरी की सुबह शोभायात्रा पुरे शहर में निकलेगी. इसके आगे 101 महिलाएं कलश लेकर चलेगी.
सभी घरों के ऊपर लगाया जाएगा राम का झंडा
साथ ही बग्गी के अंदर राम लला के पात्र होंगे और लोगों को प्रसाद भी दिया जाएगा. करीब 100 तोरण द्वार बनाकर चांदनी चौक को सजाया जायेगा. सभी घरों के ऊपर राम का झंडा लगाया जाएगा. मंदिरों में बड़े-बड़े भंडारे होंगे. इसके अलावा 500 देसी घी के दीपक दिल्ली के हर मंदिर में जलाए जाएंगे और धार्मिक कार्यक्रम किए जाएंगे.
पटाखे और होटलों में रामचरितमानस रखने की मांग
महासंघ के पदाधिकारियों ने सरकार से 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के खुशी में पटाखें का उत्पादन करने और उसे बेचने की अनुमति देने का आग्रह किया है. रामलीला महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि हमने सरकार से मांग की है कि हर होटल में रामचरितमानस की किताब अनिवार्य रूप से रखी जाए. ताकि समाज का हर शख्स इससे जुड़े. इससे समाज में भाईचारा बढ़ेगा.