दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि पिछले 14 वर्षों में उनकी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यहां सम्प्रदायिक सौहार्द और शांति बनाये रखना है. दिल्ली के विभिन्न मस्जिदों के इमामों के शिष्टमंडल से शीला ने कहा, ‘यह तथ्य है कि 1998 के बाद कोई सम्प्रदायिक तनाव नहीं हुआ और यह उनकी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है.
दिल्ली वक्फ बोर्ड की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान बीजेपी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल एक पार्टी सम्प्रदायिक मुद्दों को उठाती रहती है. ‘कांग्रेस कभी भी सम्प्रदायिकता के बारे में बात नहीं करती. एक पार्टी इस बारे में चर्चा करती रहती है.’ बोर्ड की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस समारोह का आयोजन मुख्यमंत्री का इमामों का वेतन 6000 रुपये प्रतिमाह से बढ़कर 10 हजार रुपये करने पर धन्यवाद देने के लिए किया गया था.