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दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक शख्स कोर्ट की चौथी मंजिल कूद गया. आनन-फानन में पुलिस ने घायल अवस्था में युवक को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है. हालांकि उसमें आत्महत्या का कारण नहीं बताया गया है.
मृतक की पहचान गुरुग्राम निवासी दलजीत सिंह के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक कोर्ट में हर रोज की तरह चहल-पहल थी, लेकिन अचानक मृतक ने कोर्ट की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी. जिसके बाद उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन उसकी मौत हो गई. उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है और उसने इतना बड़ा कदम उठाने के लिए किसी को दोष नहीं दिया है.
सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
मृतक ने एक कागज पर अपना सुसाइड नोट लिखा था. जिस पर उसने लिखा- "सॉरी मां, आपका बेटा बहुत कमजोर निकला. आई लव यू. आपको बहुत मिस किया. सॉरी. मैंने बहुत कोशिश की लेकिन कुछ कर नहीं पाया. ट्रिप्पी को बहुत-बहुत प्यार."
चरखी दादरी में IAS के दादा-दादी ने किया सुसाइड
बता दें कि बुधवार रात को हरियाणा के चरखी दादरी में आईएएस (IAS) विवेक आर्य के दादा-दादी ने आत्महत्या कर ली. बुजुर्ग दंपती ने खौफनाक कदम उठाने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था. जिसे दम तोड़ने से पहले पुलिस को सौंपा था. पुलिस ने परिवार के चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामला बाढड़ा की शिव कॉलोनी का है. जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से गोपी के रहने वाले 78 साल के जगदीश चंद्र आर्य और 77 साल की भागली देवी अपने बेटे वीरेंद्र आर्य के पास रहते थे. वीरेंद्र का बेटा विवेक आर्य 2021 में आईएएस बना था. उसे हरियाणा कैडर मिला और इस समय अंडर ट्रेनी है.
जांच अधिकारी पवन कुमार के अनुसार, मौत से पहले जगदीश ने पुलिस को सुसाइड नोट दिया था. इसकी पहली ही लाइन में लिखा था कि उसके बेटों के पास बाढड़ा में 30 करोड़ की प्रॉपर्टी है लेकिन उनके पास उसे देने के लिए दो रोटी नहीं हैं. इसके अलावा परिवार के लोगों द्वारा मारपीट करने, घर से निकालने और बासी भोजन देने जैसी बातें भी लिखी थीं.