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बाइक एक्सीडेंट में घायल युवक की मौत... 20 मिनट तक नहीं मिली थी कोई मदद, Go-Pro भी गायब

पीयूष को अस्पताल पहुंचाने वाले शख्स पंकज मिस्त्री ने बताया कि उस रात मैं गुरुग्राम से अपने किसी काम से आ रहा था. देखा कि पंचशील पेट्रोल पंप के पास आउटर रिंग रोड पर भीड़ लगी हुई है. मुझे लगा कि कोई एक्सीडेंट हुआ है. मेरे साथ छोटा भाई भी था. वह बोला साइड से निकल जाते हैं.

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मृतक पीयूष पाल (file Photo).
मृतक पीयूष पाल (file Photo).

दक्षिणी दिल्ली के हौज खास थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में घायल फोटोग्राफर 30 वर्षीय पियूष पाल की इलाज के दौरान मौत हो गई. पीयूष को अस्पताल पहुंचने वाले पंकज ने दावा किया है कि अगर समय रहते उसे अस्पताल पहुंचाया गया होता तो शायद पीयूष जिंदा होता. पंकज का कहना है कि जब हम घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि भीड़ लगी हुई थी. पीयूष खून में लथपथ पड़ा हुआ था. मगर, कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा था. बाद में उसे ऑटो के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया था. 

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दरअसल, 28 अक्टूबर को पीयूष पाल कालकाजी स्थित अपने घर लौट रहा था. पंचशील पेट्रोल पंप के पास आउटर रिंग रोड पर उसकी बाइक को पीछे से रही दूसरी बाइक ने टक्कर मार दी थी. इस घटना में वह बुरी तरह से घायल हुआ था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

15 सितंबर को पीयूष ने मनाया था 30वां जन्मदिन.
15 सितंबर को पीयूष ने मनाया था 30वां जन्मदिन.

पीयूष को पहुंचाया था अस्पताल

पीयूष को अस्पताल पहुंचाने वाले शख्स पंकज मिस्त्री ने बताया कि उस रात मैं गुरुग्राम से अपने किसी काम से आ रहा था. देखा कि पंचशील पेट्रोल पंप के पास आउटर रिंग रोड पर भीड़ लगी हुई है. मुझे लगा कि कोई एक्सीडेंट हुआ है. मेरे साथ छोटा भाई भी था. वह बोला साइड से निकल जाते हैं. मगर, हमने जाकर देखा तो पीयूष खून से लथपथ पड़ा हुआ है. 

कोई और मदद के लिए आगे नहीं आ रहा था. मैंने कुछ लोगों के साथ मिलकर पीयूष को उठाया और ऑटो में रखकर नजदीकी अस्पताल पहुंचे थे. मगर, वह बंद मिला था. इसके बाद दूसरे अस्पताल पहुंचे. रास्ते में PSRI अस्पताल दिखा. हमने पीयूष को वहां एडमिट कराया था. मगर, तब तक उसका काफी खून बह चुका था. अस्पताल में पुलिस भी पहुंची थी. हमने पुलिस को सारी जानकारी दी थी. पंकज के मुताबिक, यदि पीयूष को 15 मिनट पहले अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती.

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देखें वीडियो...

पीयूष का गो-प्रो कैमरा गायब

पीयूष के दोस्तों का कहना है कि घटना के वक्त उसके पास गो-प्रो कैमरा था जो कि गायब है. घटना वाली रात करीब 10 बजे तक पीयूष का फोन चालू था. मगर, 10 बजे के बाद वह बंद हो गया था. 15 सितंबर को ही पीयूष ने अपना 30वां जन्मदिन मनाया था. वह फिल्म मेकिंग और फोटोग्राफी करता था. उसके पास बहुत काम था. हम चाहते हैं कि इस मामले में पुलिस को गहन जांच करनी चाहिए.

दूसरे बाइक सवार का चल रहा AIIMS में इलाज

इस घटना में दूसरे बाइक सवार का नाम बंटी है. जिसने पीछे से पीयूष की बाइक में टक्कर मारी थी. वह दिल्ली के बदरपुर का रहने वाला है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बंटी के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 (रैश ड्राइविंग) और 337 (मानव जीवन को खतरे में डालने वाले कृत्य से चोट पहुंचाना आदि) के तहत एक और एफआईआर दर्ज की गई है.

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