दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे के नजदीक गुड़गांव दिल्ली बॉर्डर का रजोकरी इलाका मंगलवार की सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. वो गोलियां चली थीं होटल एंड हॉस्पिटेलिटी हब के नाम से मशहूर द नितेश फॉर्म हाउस में. ये वही फॉर्म हाउस है जहां दिल्ली के जाने माने बिल्डर और बहुजन समाज पार्टी के काफी हाई प्रोफाइल नेता दीपक भारद्वाज अपने परिवार के साथ रहते थे.
इस बात का खुलासा होते ही लोगों की निगाहें तेज हो गई कि एक बिल्डर के फॉर्म हाउस में गोलियां चली हैं. इससे पहले कोई अंदाजा लगा पाता फॉर्म हाउस के भीतर चीख पुकार मच गई. और ये खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई कि बिल्डर और बीएसपी नेता दीपक भारद्वाज की गोली मार दी गई.
दिल्ली में क्राइम रोकने के लिए सीसीटीवी का सहारा
गार्ड है चश्मदीद गवाह
उस संगीन वारदात का सबसे अहम चश्मदीद है फॉर्महाउस का गार्ड और उसके मुताबिक हमलावर तीन थे जो स्कोडा गाड़ी पर सवार होकर आए थे. गाड़ी का नंबर DL3CA 7062 बताया जा रहा है. चश्मदीद के मुताबिक हमलावर ये कहकर फॉर्म हाउस में दाखिल हुए थे कि उन्हें कोई जगह देखनी है और दीपक भारद्वाज से मिलना है.
गार्ड ने उन लोगों से एंट्री रजिस्टर में दस्तखत करवाए और हमलावरों को फॉर्महाउस में जाने का रास्ता दे दिया. फार्म हाउस में पहुंचकर हमलावरों को कुछ देर दीपक भारद्वाज के साथ बातचीत करते भी देखा गया लेकिन उसके बाद अचानक गोलियां चलने लगीं.
चश्मदीदों के मुताबिक हमलावरों ने चार राउंड फायर किए, जिसमें से तीन गोलियां दीपक भारद्वाज को लगी और फायरिंग के बाद हमलावर उसी स्कोडा कार में सवार होकर फरार हो गए. गोली लगने से जख्मी हुए दीपक भारद्वाज को जब तक वसंत विहार फोर्टिस अस्पताल तक इलाज के लिए पहुंचाया जाता तब तक उनकी मौत हो गई.
वारदात के बात मौके पर पहुंची पुलिस ने तमाम सबूतों को इकट्ठा करने का सिलसिला शुरू कर दिया हैं. हालांकि अभी तक पुलिस ने कुछ भी साफ नहीं किया है लेकिन उसने आशंका जाहिर की है कि दीपक भारद्वाज की हत्या में कोई आपसी मामला हो सकता है और निजी रंजिश के चक्कर में हमलावरों ने उनकी हत्या उनके ही घर में घुसकर की. बहरहाल पुलिस ने अपनी टीम लगाकर उस गाड़ी की तलाश तेज कर दी है जिस पर सवार होकर हमलावर आए थे.
दिल्ली की सड़कों पर तापमान के साथ बढ़ता है क्राइम
कौन था दीपक भारद्वाज
हाईप्रोफाइल कारोबारी और बीएसपी नेता दीपक भारद्वाज की गोली मारकर हत्या कर दी गई. भारद्वाज पश्चिम दिल्ली में लाजवंती गार्डन में रहते थे. दीपक का जन्म 1951 में हुआ था. 15वीं लोकसभा चुनावो के लिए वो बीएसपी की सीट से पश्चिम दिल्ली से उम्मीदवार थे. उस समय लोकसभा प्रत्याशियों में दीपक सबसे अमीर प्रत्याशी थे क्योंकि उन्होने अपनी संपत्ति में 614 करोड़ रुपये का जिक्र किया था. 62 वर्षीय दीपक भारद्वाज जाने माने करोबारी थे. उनके बिजनेस में रियल स्टेट, द्वारका में स्कूल, रियल स्टेट के तहत हरिद्वार में एक टाउनशिप प्रोजेक्ट और दिल्ली गुड़गांव में उनके होटल भी है. साउथ दिल्ली में उनका अपना फार्म हाउस है जहां उनको गोली मार दी गई.सूत्रों के मुताबिक वह विवादित प्रॉप्रटी खरीदने-बेचना का भी काम करता था.
प्रॉपर्टी विवाद के कारण हुई थी चड्ढ़ा बंधुओं की हत्या!
17 नवंबर 2012 को दिल्ली स्थित एक फार्महाउस में कथित तौर पर गोलीबारी में शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा एवं उसके भाई हरदीप चड्ढा की मौत हो गई थी. हालांकि पुलिस ने तफ्तीश के बाद हत्याकांड के गवाह सुखदेव सिंह नामधारी को शक के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस का मानना है कि यह हत्याकांड जमीन विवाद को लेकर हुई थी.