दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि बुधवार को दिल्ली विधानसभा सदन में जो अराजकता एवं हिंसा हुई उसके लिये अरविंद केजरीवाल सरकार एवं दल का अहंकार जिम्मेदार है. मनोज तिवारी ने कहा है कि आज छोटे से विरोध के बाद विधानसभा में जो कुछ देखने को मिला वह दर्शाता है कि अरविंद केजरीवाल दल को किसी भी प्रकार का लोकतांत्रिक विरोध सहन नहीं है.
उन्होंने कहा कि किसी भी विधानसभा सदन या संसद सदन में विरोध पर्चे फेंके जाने की आज कोई पहली घटना नहीं हुई, इससे पहले भी ऐसी घटनायें अनेक बार हुई हैं पर कभी भी इस तरह की हिंसा नहीं देखी गई जैसी आज सत्ताधारी दल के विधायकों ने की.
मनोज तिवारी यहीं नही रुके, उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार विधानसभा के इन विशेष सत्रों के औचित्य पर सवाल उठाती रही है. पहले भी ऐसे सत्रों में असंसदीय कृत्य हुए हैं और आज की हिंसा के बाद समय आ गया है कि दिल्ली के उप राज्यपाल केजरीवाल सरकार द्वारा लगातार चलाये जा रहे वर्तमान सत्र को स्थगित घोषित करें, ताकि सदन की अगली बैठक अब उप राज्यपाल की अनुमति के बिना न बुलाई जा सके.
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के पहले ही दिन इस कदर हंगामा हुआ कि स्पीकर ने आम आदमी पार्टी के दो नेताओं को तीस दिन के लिए जेल भेजने का आदेश दे दिया. इन दोनों पर सदन में दर्शक दीर्घा से सीएम अरविंद केजरीवाल और मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पर्चे उछालने का आरोप है. नौबत यहां तक आई कि विधानसभा में एम्बुलेंस और स्ट्रेचर बुलानी पड़ी.