नोएडा में 3,700 करोड़ रुपये के ऑनलाइन घोटाले के आरोपी अनुभव मित्तल के समर्थन में रविवार को हजारों लोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर जुटे. करीब 20 हजार से ज्यादा लोग हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर मित्तल की रिहाई की मांग कर रहे थे. इनमें नौकरीशुदा लोगों के अलावा कारोबारी, युवा और महिलाएं शामिल थीं.
'बेगुनाह हैं मित्तल'
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मित्तल की कंपनी इन्फो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने करीब 12 लाख लोगों को रोजगार दिया है. इनमें बड़ी तादाद में महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और विकलांग शामिल हैं. उनके मुताबिक कंपनी ने वक्त पर सर्विस टैक्स और इनकम टैक्स भरने समेत सभी सरकारी औपचारिकताएं निभाई हैं. इन लोगों की मानें तो कंपनी ने पिछले साल करीब 91 करोड़ का टैक्स अदा किया है. कंपनी का लेनदेन पूरी तरह ऑनलाइन है. लिहाजा एसटीएफ को मित्तल के खिलाफ कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.
'मित्तल के खिलाफ सियासी साजिश'
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि मित्तल को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है और मामले की उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए. राजस्थान से प्रदर्शन में शामिल होने आए समाजसेवी शिवराज झाखड़ का कहना था कि अगर एसटीएफ मौका दे तो अनुभव तमाम लोगों को भुगतान करने के लिए तैयार हैं. इन्फो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड एक स्टार्ट-अप कंपनी है और इसके भुगतान का सिस्टम डिजिटल इंडिया के सिस्टम जैसा है.
क्या हैं आरोप?
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने इन्फो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े करीब 3,700 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया था. आरोप है कि ये कंपनी सोशल मीडिया पर लाइक के जरिये लोगों को पैसा कमाने का लालच देकर पैसे ऐंठती थी. मामले के खुलासे के बाद एसटीएफ ने मित्तल को गिरफ्तार किया था.