दिल्ली के मैक्स अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत के बाद दिल्ली सरकार ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया. वहीं मैक्स अस्पताल को जो नोटिस भेजा गया उसमें यही कहा गया कि आज यानी शनिवार से किसी भी नए मरीज की भर्ती नहीं होंगी, ना ही किसी नए मरीज का इलाज होगा.
यहां उन मरीजों को आपत्ति थी जिन्होंने कई दिनो से या महीनों पहले से यहां आज का अपॉइंटमेंट लेकर रखा था. उन लोगों का भी मैक्स अस्पताल ने इलाज कराने से मना कर दिया. उन्हीं मरीजों के परिजनों ने आज मैक्स अस्पताल के सामने दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
सुबह से ही मरीजों के परिजनों परेशान हो रहे थे. परेशान होकर इन परिजनों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पुतला फूंका. लोगों का यही कहना था कि अगर सरकार को कार्रवाई करनी थी तो जिस डॉक्टर या नर्स से ये गलती हुई उसके खिलाफ करनी चाहिए थी लेकिन अस्पताल को बंद करने का कोई मतलब नहीं है. लोगों का कहना है कि इलाज नहीं मिल पाने से अगर यहां किसी मरीज की मौत हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.
हम तो वहीं कर रहें है जो सरकार ने कहा: मैक्स अस्पताल
इस प्रदर्शन के बाद आजतक ने इस बारे में जब मैक्स अस्पताल से बातचीत की तो मैक्स अस्पताल के डायरेक्टर (मार्केटिंग) अनस अब्दुल वाजिद ने कहा कि हम जानते हैं कि मरीज परेशान हो रहे हैं. हमने कई लोगों को आज का अपॉइंटमेंट दिया था लेकिन हम मजबूर हैं. दिल्ली सरकार ने हमें जो नोटिस भेजा है उसके तहत हम कुछ नहीं कर सकते.
उन्होंने बताया कि हमारे यहां रोजाना ओपीडी में लगभग 500 लोग आते हैं. हमने कई लोगों को फोन कर ये कहा कि आप मत आइए क्योंकि यहां इलाज नहीं होगा. लेकिन हम सभी लोगों को फोन नहीं कर पाए. जब हमने मरीजों को हो रही परेशानी के बारे में पूछा तो उनका कहना था कि ये बात तो दिल्ली सरकार को सोचनी चाहिए. वहीं मैक्स अस्पताल के स्पोक पर्सन ने ये भी कहा कि हमारी लीगल टीम इसे देख रही है. देखते हैं आगे क्या होता है.