पहली बार दिल्ली नगर चुनाव के मैदान में उतर रही आम आदमी पार्टी ने ताबड़तोड़ जनसभाएं करने का प्लान तैयार कर लिया है. आम आदमी पार्टी एमसीडी चुनाव के लिए 272 वार्डों में 1000 से ज्यादा जनसभाएं करेगी. लेकिन सवाल ये उठता है कि दिल्ली में सत्ता संभाल रही 'आप' को बड़ी संख्या में जनसभाएं करने की जरूरत आखिर क्यों पड़ी?
आइये आपको बताते हैं 'आप' के 1000 जनसभाएं करने की 10 बड़ी वजह
1. दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनाव में मिली जीत के कामयाब फार्मूले को दोहराना.
2. जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा संवाद करने से पार्टी के पक्ष में माहौल बनाना.
3. बीजेपी के बड़े-बड़े स्टार प्रचारकों को चुनौती देने का प्रयास.
4. पंजाब और गोवा के चुनावी परिणाम के बाद कार्यकर्ताओं के बीच पैदा हुए असंतोष को खत्म करने की
कोशिश.
5. बाहरी दिल्ली से विधायक टूटने के बाद पार्टी के सामने संगठन की अंदरूनी कलह बड़ी चुनौती बन गया है.br>
6. उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी की जीत के बाद पूर्वांचली, बिहारी और उत्तरांचल के वोटर्स पर असर
पड़ने की चिंता.
7. विधानसभा चुनाव में 'आप' को मिले मुस्लिम वोट का सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रचार के बाद वोटों के
ध्रुविकरण की चिंता.
8. जनसभाओं के जरिए ग्राउंड पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश.
9. वोटर्स को लुभाने के लिए दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को घर-घर तक पहुंचाना भी एक मकसद है.
10. फ्री हाउस टैक्स के ऐलान को लेकर जनता के बीच अपने दावे को मजबूत करने की चुनौती.
बता दें कि दिल्ली नगम निगम के 272 वार्डों के लिए 23 अप्रैल को वोटिंग होगी. 2012 के चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच था. लेकिन इस बार पहली बार एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी के आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.