दिल्ली में आगामी नगर निगम चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी है. दिल्ली की सत्ता में बैठी पार्टी के सामने निगम में सत्ता बनाने की सबसे बड़ी चुनौती है. करीब 15 साल से निगम में काबिज भाजपा को टक्कर देने के लिए आम आदमी पार्टी नेताओं ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
दिल्ली की 70 विधानसभा में 3 नगर निगम हैं और तीनों निगम में 272 वार्ड हैं. नगर निगम चुनाव में उम्मीदवार का सबसे अहम रोल होता है. आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों के साथ मिलकर दावेदारों की लिस्ट तैयार की है. हालांकि दावेदार को उम्मीदवार बनने से पहले एक सर्वे से गुजरना होगा.
AAP के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने उम्मीदवारों के चयन के बारे में बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में संगठन के पदाधिकारियों और विधायकों के साथ मीटिंग करके सम्भावित उम्मीदवारों की लिस्ट बनाई गई है. उन्होंने कहा कि अब पार्टी द्वारा सर्वे कराए जाएंगे और सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर पार्टी उम्मीदवार तय करेगी.
दिल्ली की जनता लंबे समय से बदलाव के इंतजार में है: गोपाल राय
गोपाल राय ने आगे कहा कि दिल्ली के मॉडल के आधार पर ही दिल्ली वालों ने विधानसभा में 62 सीटें दी हैं और अब निगम में भाजपा के काम का रेफरेंडम MCD चुनाव में होने जा रहा है. गोपाल राय ने कहा कि निगम में पिछले करीब 15 साल के BJP के शासन से परेशान दिल्ली वाले लंबे समय से बदलाव का इंतजार कर रहे थे. वो घड़ी नजदीक आ रही है. इस बदलाव के लिए AAP ने 5 दिसंबर से सदस्यता अभियान शुरू किया था. अभी तक करीब 20 लाख नए सदस्य बनाए गए हैं. मिसकॉल नम्बर, बूथ वाइज वर्कर्स के जरिए और कैम्प के जरिए ये सदस्य बनाए गए हैं.
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी अब अगले चरण में 13 हजार बूथ पर पार्टी बूथ संवाद शुरू करने जा रही है, जो 24 फरवरी से 10 मार्च तक चलेगा. गोपाल राय ने कहा कि हर बूथ पर सभी सदस्यों को बुलाया जाएगा और MCD में BJP के शासन से निजात और AAP की सरकार बनाने पर चर्चा की जाएगी. हर बूथ पर कम से कम 20 सदस्यों की बूथ कमेटी बनेगी. इनके जरिए बूथ विजय का अभियान पूरा किया जाएगा. 12 और 13 मार्च को सभी विधानसभा क्षेत्रों में MCD बदलाव यात्रा निकाली जाएगी और उसके जरिए MCD चुनाव का शंखनाद होगा.
20 लाख लोग भाजपा की जमानत जब्त करना चाहते हैं: आप के निगम प्रभारी
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नगर निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक का दावा है कि पार्टी ने अबतक लगभग ढाई हजार सभाएं की, सदस्यता अभियान शुरू किया. इसका एकमात्र उद्देश्य यह जानना था कि MCD में लोग बदलाव चाहते हैं या नहीं? हमने लोगों से पूछा कि आप इस बदलाव की जिम्मदारी लेंगे या नहीं. 20 लाख लोगों ने कहा कि वे MCD चुनाव में BJP की जमानत जब्त कराना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें