एमसीडी चुनाव के लिए दिल्ली बीजेपी में इस बार टिकट के लिए बड़ी मशक्कत है. मौजूदा पार्षदों के टिकट काटकर बीजेपी ने एमसीडी चुनाव के लिए पूरा मैदान खाली कर दिया है. सभी 272 वार्डों में वैकेंसी हैं, तो पार्टी के हर छोटे बड़े नेता की उम्मीदें बढ़ गई हैं. इसलिए टिकट पाने के लिए सभी जोड़तोड़ में जुटे हैं.
कार्यकर्ताओं का मन रखने के लिए बीजेपी ने कई जगह अर्ज़ी काउंटर खोले थे, जहां अभी तक साढ़े तैंतीस हज़ार से ज्यादा लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है. बीजेपी ने अर्ज़ियों के इस ढेर से छंटनी के लिए एक कमेटी बना दी. सभी सांसदों के साथ ज़िला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, तीन महामंत्रियों के साथ ही कोर कमेटी के सदस्यों की सहमति से हर वार्ड से 15-15 नाम छांटे गए हैं. इन पंद्रह नामों के बीच से अब हर वार्ड के लिए उम्मीदवारों की कसौटी तय की जा रही है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी के मुताबिक इस बार उनके उम्मीदवार स्मार्ट होंगे. अधिकतम उम्र 45 साल की होगी और 21 साल के उम्मीदवार भी बीजेपी लिस्ट में दिख सकते हैं. जो चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम उम्र है. तिवारी के मुताबिक ज्यादातर टिकट इसी उम्र के लोगों को दिए जाएंगे. हालांकि कुछ अपवाद हो सकते हैं, जिसमें ज्यादा उम्र के लोगों की उम्मीदवारी पर विचार हो सकता है.
इसके अलावा बीजेपी अपना एक अंदरूनी सर्वे भी करा रही है, इस सर्वे में जिन उम्मीदवारों की रिपोर्ट मजबूत होगी, टिकट बंटवारे में उसकी लाटरी निकल सकती है. बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के मुताबिक सारी प्रक्रियाएं 26 मार्च तक पूरी कर ली जाएंगी, जिनमें छंटनी के बाद सामने आए 15-15 नामों में से उम्मीदवार तय कर लिए जाएंगे. तिवारी ने कहा कि 27 मार्च को उनकी पूरी लिस्ट जारी कर दी जाएगी.
मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर भी तंज कसते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी में टिकट के नाम पर सौदा हो रहा है. इसलिए तो पहले से घोषित उम्मीदवारों को सौदा कैंसिल होने के बाद बदला जा रहा है. बीजेपी में ऐसा नहीं होगा और पूरी तरह जांच परख के बाद उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी.