बीजेपी को एमसीडी चुनाव में मिले भारी बहुमत ने साबित कर दिया कि दिल्ली पर मोदी और योगी दोनों का जादू चल गया है. चाहे एमसीडी चुनाव में नए चहरों को मौका देना हो या फिर देश और खासकर उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को रफ्तार देना. इसमें कोई शक नहीं की मोदी इफ़ेक्ट से दिल्ली की जनता प्रभावित हुई है. दिल्ली के युवाओं ने भी माना है कि दिल्ली की नगर निकाय चुनाव में लोगों ने स्थानीय मुद्दों से हटकर देश में चल रही मोदी लहर पर भरोसा जताया है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र राम गुप्ता की अगर माने तो दिल्ली अब बदल रही है. राजनीतिक पार्टियों की आपसी खींचतान और आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से ऊपर उठकर विकास के नाम पर वोट दिया गया है. और जितना भारी समर्थन मिला है, उतनी ही ज़िमेदारियां भी बड़ी हैं. बीजेपी को दिल्ली नगर निगम में अब कुछ करके दिखाना होगा. डीयू की छात्रा छवि का मानना है कि अगर दिल्ली एमसीडी में बीजेपी ने अच्छा काम कर दिया, तो अगले दिल्ली चुनावों में भी बीजेपी की जीत पक्की होगी.
विकास काम नहीं होने के बावजूद दिया वोट
एमसीडी चुनाव में दिल्ली के तमाम बड़े इलाकों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है. दिल्ली के कमला नगर मार्केट में भी कमल खिला है. हालांकि पहले भी यहां काउंसलर की कुर्सी पर बीजेपी का कब्ज़ा था और यहां समस्यों का पहाड़ खड़ा
है. मसलन पार्किंग, टॉयलेट और अतिक्रमण जैसी मुख्य समस्याओं ने मार्केट की आमदनी कम कर दी है. पर बावजूद इसके यहां के लोगों ने बीजेपी को एक और मौका दिया है. यहां के नवनिर्वाचित पार्षद जोगी राम जैन ने लोगों को
आश्वस्त किया है कि इस बार कोई शिकायत का मौका नहीं मिलेगा.
चाहे युवाओं का तबका हो या फिर व्यपारियों के संगठन. हर जगह बीजेपी का असर साफ दिख रहा है. पर इन सबके बीच बीजेपी पर बढ़ी हुई ज़िमेदारियों का भार और विशवास है, तो वहीं प्रदेश में आप की सरकार भी है, जिसने नए पार्षद की चुनौतियों को दोगुना कर दिया है.