एमसीडी ने दिल्ली में स्थित अवैध दुकानों को सील करना शुरू कर दिया है. हालिया शिकार छतरपुर की मार्बल मार्केट हुई. यहां की करीब दो दर्जन दुकानों और बड़े शोरूमों को एमसीडी की टीम ने सील कर दिया. सीलिंग के बाद अपना सामान निकालने की इजाजत भी नहीं दी गई.
दुकानदारों का कहना है कि टैक्स भरने के बावजूद बिना नोटिस दिए ही सीलिंग की गई है. दुकानदारों के मुताबिक माना जा रहा है कि सीलिंग के बाद दुकानों पर तकरीबन 700 से 800 काम करने वाले लोग बेरोजगार हो जाएंगे.
सीलिंग के दौरान दुकानदारों का आरोप था कि जो टीम सीलिंग के लिए आई थी उसने सरकार और एमसीडी को दिए कन्वर्जन टैक्स के पेपर्स को देखने से इंकार कर दिया. जानबूझकर मार्बल मार्केट को निशाना बनाकर सील किया जा रहा है जबकि मार्केट की बाकी और खाने-पीने और शॉपिंग से जुड़ी दुकानों पर किसी तरह की सीलिंग नहीं की गई है. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जो आदेश मिले हैं वह सिर्फ उनका पालन कर रहे हैं.
ट्रैफिक जाम और किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए छतरपुर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया जिसमें दिल्ली पुलिस के साथ-साथ पैरामिलिट्री फोर्स शामिल थी. इससे पहले साउथ दिल्ली के अलग-अलग प्रमुख मार्केटों में भी मॉनिटरिंग कमेटी की अगुवाई में एमसीडी की टीम सीलिंग का काम कर चुकी है और आने वाले दिनों में भी यह जारी रहेगी. इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 12 जनवरी को होनी है. इससे यह साफ होगा कि दिल्ली में 12 जनवरी के बाद भी सीलिंग होती रहेगी या रुकेगी.