दिल्ली में एमसीडी कर्मचारियों और अरविंद केजरीवाल की सरकार के बीच तनख्वाह को लेकर तनातनी जारी है. बुधवार को शुरू हुए हड़ताल के दूसरे दिन गुरुवार को सफाईकर्मियों ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दफ्तर के बाहर कूड़ा फेंककर प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ियों पर भी कूड़ा फेंका है और कूड़े पर बैठकर-लेटकर सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे हैं.
गौरतलब है कि एमसीडी के करीब डेढ़ लाख कर्मचारी बकाया वेतन को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का कहना है कि उसने एमसीडी को पूरी राशि का भुगतान कर दिया है, जबकि एमसीडी का कहना है कि दिल्ली सरकार की ओर से जितना पैसा दिया गया है वह नाकाफी है. बहरहाल, सरकार और एमसीडी की इस तनातनी में राजधानी की सड़कों पर कूड़े का ढेर लग गया है. कर्मचारियों को बीते 3 महीनों से वेतन नहीं मिला है और सफाईकर्मी तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं.
क्या कहना है सफाई कर्मचारियों का
दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि अगर दिल्ली सरकार उनकी बात नहीं सुनती है तो वह आगे दूसरे विधायकों और मंत्रियों के घर के बाहर भी इसी तरह कूड़ा फेंककर प्रदर्शन करेंगे. कर्मचारियों ने सरकार पर तनख्वाह खा जाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'मंत्रियों को भी पता चलना चाहिए कि हम किस गंदगी में काम करते हैं. सरकार अगर हमारा वेतन नहीं देती है तो आगे भी प्रदर्शन जारी रहेगा.'